भारतीय सदी के बारे में सम्मेलन को प्रधामनंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत वैश्विक भविष्य को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि देश सभी क्षेत्रों में एक अभूतपूर्व स्तर पर आगे बढ़ रहा है। एक निजी मीडिया आउटलेट द्वारा आयोजित विश्व शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रूप में एआई को मान्यता देता है, जबकि भारत एक दूसरा एआई-आकांक्षी भारत है।
उन्होंने कहा कि जब विश्व अनिश्चितता में उलझा हुआ था, तब भारत आशा के एक प्रकाशस्तंभ के रूप में उभरकर सामने आया। कोविड-19, वैश्विक अर्थव्यवस्था, मुद्रास्फीति, बेरोजगारी, जलवायु परिवर्तन और युद्ध जैसे मुद्दों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैश्विक स्थितियां भी भारत को प्रभावित करती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के तीसरे कार्यकाल के सिर्फ 125 दिनों में 9 लाख करोड़ रुपये की लागत की ढांचागत परियोजनाओं की मंजूरी दी गई है और 15 नई वंदे भारत रेलगाड़ियों की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि आठ हवाई अड्डों के निर्माण कार्य की शुरूआत हुई है, पांच लाख घरों की छतों पर सौर संयंत्र स्थापित किये गये हैं और 90 करोड़ से अधिक पौधा रोपण किये गये हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन 125 दिनों के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 700 बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है। उन्होंने कहा कि दूरसंचार और डिजिटल भविष्य पर चर्चा करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सभा आयोजित की गई थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वैश्विक फिनटेक उत्सव, वैश्विक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र पर चर्चा तथा नवीकरणीय ऊर्जा और नागर विमानन पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने बल देते हुए कहा कि भारत के साथ न सिर्फ कार्यक्रमों की सूची बल्कि इसके साथ उम्मीदों की सूची भी जुड़ी हुई है।
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