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सशस्त्र सैन्य समारोह : जब दुश्मनों को भारतीय सेना के चौकस कमांडों ने मारा गिराया


 छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज से सशस्त्र सैन्य प्रदर्शनी शुरू हो गई है। साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित इस प्रदर्शनी का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया। भारतीय सेना द्वारा आयोजित इस सैन्य प्रदर्शनी में टी-नाइंटी भीष्म टैंक, वायु रक्षा प्रणाली, लाईट फील्डगन जैसे युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले सेना के आधुनिक हथियार तथा उपकरण प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी के दौरान सैनिकों द्वारा पैरा जंपिंग, खुखरी डांस, डेयरडविल मोटरसाइकिल राइडिंग और घुड़सवारी का भी प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य लोगों को भारतीय सेना की क्षमता और उसके कौशल से परिचित कराना है।


समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भारतीय सेना अपनी अद्वितीय दक्षता और अनुशासन के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। जब-जब देश पर संकट आया हमारी सेना ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देकर देश की रक्षा की है। उन्होंने युवाओं से अग्निवीर के रूप में भर्ती होने की अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, लेफ्टिनेंट जनरल पद्म सिंह शेखावत और ब्रिगेडियर अमन आनंद भी उपस्थित थे।


गौरतलब है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यह सैन्य प्रदर्शनी पांच और छह अक्टूबर को आयोजित होनी थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस प्रदर्शनी को एक दिन और आगे बढ़ाने की घोषणा की। अब यह प्रदर्शनी सात अक्टूबर तक चलेगी। यह प्रदर्शनी सुबह आठ बजे से दस बजे तक और शाम छह बजे से रात आठ बजे तक आम नागरिकों के लिए खुली रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले साल में भी सशस्त्र सैन्य प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। 


पुख्तासूत्रों से भारतीय सेना को खबर मिली कि दुश्मन हमारे देश में एक और आतंकवादी हमले की तैयारी कर रहे है। भारतीय सेना ने दुश्मन के मंसूबों को नाकामयाब करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक करने का फैसला लिया। इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए भारतीय सेना की 6/11 गोरखा राइफल्स और 1 असम रेजिमेंट के चुनिंदा कमांडोज स्पेशल हेडक्वाटर्स और संचार केंद्र पर हमले की तैयारी कर रहे थे, तभी दुश्मन के टारगेट की पुख्ता जानकारी हासिल करने के लिए क्लोज टारगेट रेकनिसन्स ऑपरेशन शुरू किया और ड्रोन ने दुश्मन के टारगेट की खोजबीन शुरू की। रात के अंधेरे में किए जाने वाले डिमांस्ट्रेशन की कार्रवाई सुबह की। घातक पलटन के कमांडोज दुश्मन के नजदीक से नजदीक जाकर बिना सरप्राइज खोये दुश्मन के संतरी को मार गिराया। ऐसे रेड की कार्रवाई साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित सैन्य समारोह में दिखाई दी। इस कार्रवाई को देखकर दर्शक काफी रोमांचित हुए।


इस कार्रवाई के दौरान जवानों ने दुश्मन के संचार केंद्र को विस्फोटक लगाकर नेस्तनाबूत कर दिया। इसके बाद दुश्मनों का हेडक्वाटर्स से संपर्क टूट गया और फिर जवानों ने दुश्मनों के हेडक्वार्टर पर हमला बोल दिया। अत्यधिक फायर कर कमांडोज ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए सेंट्रीज को मार गिराया। फिर डेमोलिशन टीम ने हेडक्वाटर्स पर बम लगाकर उसे उड़ा दिया। असाल्ट से घबराकर भागते हुए दुश्मन को चौकस कमांडोज ने मार गिराया। इस तरह दुश्मनों के हेडक्वार्टर को घातक टोली ने नेस्तनाबूत कर दिया।


भारतीय सेना के डेयर डेविल्स ने अपने करतब और अदम्य साहस का परिचय देते हुए रोमांचित कर दिया। डेयर डेविल्स के डबल क्रॉसिंग, पेरलल क्रॉसिंग के करतब को देखकर दर्शकों ने खूब तालियां बजाई। सैल्यूट करते हुए हर जवानों ने चलती हुई मोटरसाइकिल में विपरीत दिशा में सैल्यूट किया। इसके अलावा चलती हुई मोटरसाइकिल पर टैंक के ऊपर विपरीत दिशा में खड़े होकर मोटरसाइकिल चलाते हुए और मोटरसाइकिल की सीट को खाली छोड़कर सम्मान प्रकट किया। इसके साथ ही जंबाज सैनिकों ने मोटरसाइकिल में कमल की आकृति बनाकर प्रस्तुति दी।


सैन्य समारोह में बस्तर के युवाओं ने अपने जौहर का प्रदर्शन किया। घुड़सवारी के माध्यम से अपनी प्रतिभा दर्शकों को दिखाई। घोड़े में बैठकर युवाओं ने कबूतर को आजाद किया और बाइक के ऊपर से उछलकर पार किया और सामने बैठे एक व्यक्ति के सामने से तेजी के साथ घोड़े ने पार कर लिया, जिसके साहसिक परिचय को देखकर दर्शक काफी रोमांचित हुए।

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