उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि जटिल ऑपरेशन प्रक्रियाओं में निश्चेतना के क्षेत्र में हुई प्रगति अत्यंत कारगर साबित होगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में राज्य स्तरीय निश्चेतना विशेषज्ञों के 38वें वार्षिक सम्मेलन (MPISACON) का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से प्राप्त ज्ञान न केवल चिकित्सा शोध में योगदान देगा, बल्कि मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं देने में भी मदद करेगा।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि यह सम्मेलन रीवा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के साथ प्रदेश के अन्य चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सकों के लिए भी ज्ञानवर्धक सिद्ध होगा। उन्होंने सम्मेलन को चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर बताया और देश-विदेश से आए विशेषज्ञों का स्वागत किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने स्मारिका का विमोचन भी किया और बाहर से आए निश्चेतना विशेषज्ञों का सम्मान किया।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुनील अग्रवाल ने बताया कि इससे रीवा के चिकित्सकों को निश्चेतना के क्षेत्र में हुई नई प्रगति, रोग प्रबंधन और दर्द को कम करने वाली पद्धतियों के बारे में जानकारी मिलेगी। कांफ्रेंस में रीवा के चिकित्सकों द्वारा शोधपत्रों का प्रस्तुतिकरण भी किया जाएगा। इससे उनके शोध कार्यों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिलेगी।
सम्मेलन में देश-विदेश से आए 100 से अधिक निश्चेतना विशेषज्ञों शामिल हुए। सम्मेलन में क्रिटिकल केयर, वेंटिलेटर प्रबंधन और दर्द रहित चिकित्सा के विभिन्न आयामों पर चर्चा की जायेगी। अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. अरूण श्रीवास्तव, संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक राहुल मिश्रा, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव सहित देश-विदेश से आए निश्चेतना विशेषज्ञ और चिकित्सक उपस्थित रहे।
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