देशभर में आज गणेश चतुर्थी का त्यौहार श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। लोग अपने घर में मिट्टी से बनी भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित करते हैं। 10 दिन तक चलने वाले उत्सव के दौरान बप्पा की पूजा करते हैं और अंतिम दिन प्रतिमा को धूमधाम से विसर्जित किया जाता है। गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र का एक प्रमुख पर्व है, जहां लोग इसे उल्लास के साथ मनाते हैं। इस दिन को विनायक चतुर्थी और गणेश उत्सव भी कहते हैं।
गणपति बप्पा मोरया…के पवित्र घोष के साथ मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में पहली आरती की गई। इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। ऐसा ही दृश्य लालबागचा राजा मंदिर में रहा। नागपुर के टेकड़ी गणेश मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की। गुजरात में अहमदाबाद के वस्त्रपुर ना महागणपति मंदिर में सुबह की आरती की गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि आनंद और उत्साह का यह पर्व सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भगवान गणेश ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि के प्रतीक हैं और यह त्योहार हमें विनम्र और कर्तव्यनिष्ठ बनने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही यह पर्व सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा देता है। राष्ट्रपति ने लोगों से एकजुट होकर शांतिपूर्ण और समृद्ध भारत के निर्माण का संकल्प लेने को भी कहा।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और अच्छे भाग्य के प्रतीक हैं और करोड़ों लोगों के हृदय में विशेष स्थान रखते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि विघ्नहर्ता के रूप में भगवान गणेश, हमें साहस और संकल्प के साथ चुनौतियों से निपटने के लिए प्रेरित करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने एक्स पर जारी एक पोस्ट में कहा 'समस्त देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं। गणपति बाप्पा मोरया!'।
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