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'भारत के UPI और मलयेशियाई पेनेट को जोड़ने पर काम करेंगे' - पीएम मोदी

 'भारत के UPI और मलयेशियाई पेनेट को जोड़ने पर काम करेंगे' - पीएम मोदी

नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मलयेशिया के प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'आज हमने फैसला किया है कि हम हमारी साझेदारी को व्यापक और रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद अनवर इब्राहिम जी का ये पहला भारत दौरा है। मुझे खुशी है कि मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही मुझे भारत में आपका स्वागत करने का अवसर मिल रहा है। भारत और मलयेशिया के बीच बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी का एक दशक पूरा हो रहा है और पिछले दो वर्षों में, प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के सहयोग से हमारी साझेदारी में एक नई गति और ऊर्जा आई है। आज हमने आपसी सहयोग के सभी क्षेत्रों पर व्यापक रूप से चर्चा की है और हमने देखा कि हमारे द्विपक्षीय व्यापार में निरंतर प्रगति हो रही है।'



'फिनटेक, सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में बढ़ाएंगे सहयोग'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'द्विपक्षीय व्यापार और निवेश का विस्तार किया जाना चाहिए। हमें फिनटेक, सेमीकंडक्टर, एआई और क्वांटम जैसे नई प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाना चाहिए। हम भारत के यूपीआई और मलयेशियाई पेनेट को जोड़ने पर काम करेंगे। ASEAN और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मलयेशिया, भारत का अहम पार्टनर है।  भारत ASEAN केन्द्रीयता को प्राथमिकता देता है।  हम सहमत हैं कि भारत और ASEAN के बीच FTA की समीक्षा को समयबद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए।'

मलयेशिया के प्रधानमंत्री बोले- पीएम मोदी मेरे भाई हैं

वहीं मलयेशिया के प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे भाई हैं। जब मैं प्रधानमंत्री नहीं था तब भी वह बहुत दयालु थे। हम व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। हम सभी क्षेत्रों में इन कामकाजी संबंधों को फिर से मजबूत करेंगे। हम संवेदनशील या विपरीत विचार वाले सभी मुद्दों पर सच्चे भाई के रूप में चर्चा करते हैं, क्योंकि यही दोस्ती का अर्थ है। हमने कई मुद्दों पर समझ स्थापित की है। मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं, और मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह कहा है कि ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन पर हमें और अन्वेषण (रिसर्च) करने की जरूरत है, और यह दुर्भाग्यपूर्ण है पिछले कई वर्षों में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। भारत एक महान इतिहास, महान संस्कृति और सभ्यता वाला एक महत्वपूर्ण और महान राष्ट्र है।'

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