सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 77, 71, एवं 37 में आयोजित विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन महोत्सव में नरेला विधानसभा की बहनों से रक्षासूत्र बंधवाने पहुंचे। चतुर्थ दिवस की शुरुआत में मंत्री सारंग ने सबसे पहले दिव्यांग बहन से राखी बंधवाई। चौथे दिन 36 हज़ार 344 बहनों मंत्री सारंग ने रक्षा सूत्र बांधे। कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने पर विशेष कर बहनों ने मंत्री सारंग का पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। वार्ड 37 खुशीपुरा में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने क्रेन पर 151 फिट की माला से मंत्री सारंग का स्वागत किया। यहाँ सभी बहनों में भारी उत्साह देखने को मिला।
सारंग ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2008 के बाद से नरेला विधानसभा में हर घर नर्मदा जल, सड़क, बिजली मूलभूत सुविधाओं सहित निरंतर हो रहे विभिन्न विकास कार्य से नरेलला को एक आदर्श विधानसभा विधानसभा के रूप में स्थापित करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि नरेला क्षेत्र को उन्होंने कभी भी राजनैतिक नजरिये से नहीं देखा बल्कि हमेशा अपना परिवार माना है।
नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 77 में आयोजित कार्यक्रम में हाउसिंग बोर्ड निवासी छवि वर्मा की माता मंत्री सारंग को रक्षासूत्र बांधने आयी थी। इस दौरान उन्होंने मंत्री श्री सारंग को बेटी के दिल में छेद होने की समस्या से अवगत कराते हुए मदद की गुहार लगाई। इसपर मंत्री सारंग ने बेटी का इलाज करवाने का आश्वासन दिया।
वार्ड 71 अंतर्गत दशहरा में आयोजित रक्षाबंधन महोत्सव कार्यक्रम में मंत्री सारंग को राखी बांधने आयी शंकराचार्य नगर निवासी गरिमा भार्गव ने कविता सुनाई। अपनी कविता में उन्होंने मंत्री सारंग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न सेवा प्रकल्प एवं विकास कार्यों को इंगित किया। जिसपर उपस्थित सभी ने ज़ोरदार तालियां बजाई।
पिछले 15 वर्षों से नरेला विधानसभा में आयोजित हो रहे विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन महोत्सव मंन पिछले 4 दिनों में ही 1 लाख 13 हज़ार 022 बहनों ने मंत्री सारंग को राखी बांधी है। वहीं इस बार माना जा रहा है कि पिछली बार का रिकॉर्ड तोड़ते हुए संख्या डेढ़ लाख के पार पहुँचने जा रही है।
बुधवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 44 खेल मैदान में दोपहर 12 बजे, वार्ड 39-40 चाणक्यपुरी मैदान में दोपहर 2 बजे और वार्ड 75 कनक मैरिज गार्डन में शाम 4 बजे रक्षाबंधन महोत्सव के कार्यक्रम होंगे।
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