अपनी समग्र ऋण देनदारी को कम करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, एनएचएआई ने 15,700 करोड़ रुपये के बैंक ऋण के सफल पूर्व-भुगतान के साथ एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपलब्धि हासिल की। इस ऋण को निर्धारित समय से पहले चुकाने से लगभग 1,000 करोड़ रुपये की अनुमानित ब्याज की बचत होगी। इस पूर्व-भुगतान के साथ, एनएचएआई की बकाया ऋण देनदारी घटकर लगभग 3,20,000 करोड़ रुपये रह गई है।
भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार, इनविट मुद्रीकरण से प्राप्त आय का उपयोग विशेष रूप से एनएचएआई के ऋण पुनर्भुगतान के लिए किया जाना है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान इनविट के जरिए 15,700 करोड़ रुपये की राशि अर्जित की गई। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान, एनएचएआई का इरादा इनविट के जरिए 15,000-20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का मुद्रीकरण करने का है। इसके साथ, वित्तीय वर्ष 2025 के अंत में एनएचएआई की कुल ऋण देनदारी और कम होकर लगभग 3,00,000 करोड़ रुपये हो जाने की उम्मीद है।
मजबूत ऋण भुगतान योजना के एक हिस्से के रूप में और इनविट मुद्रीकरण से प्राप्त आय का उपयोग करते हुए, एनएचएआई ब्याज दरों को कम करने के लिए ऋणदाता बैंकों के साथ सक्रिय रूप से संवाद कर रहा है। परिणामस्वरूप, बैंकों ने अपनी ब्याज दर 8.00-8.10 प्रतिशत से घटाकर 7.58-7.59 प्रतिशत कर दी है। इस प्रक्रिया में, जहां ब्याज दरों को कम नहीं किया जा सका, बैंक ऋण के लिए 15,700 करोड़ रुपये चुकाए गए हैं और इसके परिणामस्वरूप लगभग 1,000 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण ब्याज की बचत होगी।
एनएचएआई भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित बुनियादी ढांचे की दक्षता को बढ़ाने के अपने मिशन के प्रति दृढ़ है। प्रभावी वित्तीय योजना के साथ मजबूत परिसंपत्ति मुद्रीकरण से प्राप्त आय एनएचएआई के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन का संकेत देती है। इस ऋण कटौती से प्राप्त बचत राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित वर्तमान में जारी एवं भावी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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