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यह बजट दिवालिया सरकार का बजट है : जीतू पटवारी

 भोपाल : गुरूवार, जुलाई 4, 2024/ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मप्र सरकार द्वारा जारी बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि मप्र सरकार के दो बजट है। एक बजट जो सरकार को जनता को बताना है। डॉ. मोहन यादव सरकार का यह दूसरा बजट आया है, पिछले छह महीने ने सरकार ने अपने संकल्प पत्र के वादे


अनुसार कोई काम नहीं किया। मप्र में तीन सी की सरकार है, जिसने कर्ज, क्राईम और करप्शन से अपना नाता जोड़ा है और एक बजट है व्यापमं, नर्सिंग, परिवहन, माईनिंग, पटवारी, ट्रांसफर, आबकारी, मास्टर प्लान एवं मेट्रो जिसमें कैसे पैसे लगायें और और कैसे करप्शन करे। लूट के पैसे में कैसे हिस्सा बने। दूसरी तरफ प्रदेश सरकार 3 लाख 79 हजार करोड़ के कर्ज में है, जिसमें 45 हजार करोड़ हर वर्ष ब्याज की देनदारियां देनी होती हैं। इतना ही नहीं लाड़ली बहना को 1200 रूपये देने के लिए 90 हजार करोड़ की अतिरिक्त राशि चाहिए, बजट में इसका पैसा या तो मोदी सरकार के रहमोकरम से, या संपत्तियां बैककर या कर्ज लेकर पूरा किया जायेगा, क्योंकि सरकार की साख इतनी घट गई है कि रिजर्व बैंक ने सरकार को कर्ज देने से इंकार कर दिया है।


पटवारी ने कहा कि रोजगार और बजट का गहरा रिश्ता होता है, वर्ष 2023-24 में 37 लाख पंजीयन बेरोजगार युवाओं के थे, जिसमें सरकार का कहना है कि 2 लाख युवाओं को प्रायवेट कंपनियों में रोजगार दिया गया है। लेकिन सरकारी नौकरी एक को भी नहीं मिली। विज्ञापन और इवेंट में सरकार ने खुद साबित किया कि हम रोजगार को लेकर अर्कमण्य हैं। चूंकि 10 लाख पंजीयन ही समाप्त हो गये, जिससे पंजीयन की संख्या घट गई। यह सरकार रोजगार देने में पूरी तरह फेल हुई है।


पटवारी ने कहा कि भाजपा का रामायण और गीता जैसा संकल्प पत्र जिसमें लाड़ली बहनों को 3000 रूपये, किसानों को 3100 में धान और 2700 में गेहूं का समर्थन देना था, 450 रूपये का गैस सिलेण्डर, फ्री शिक्षा, बच्चों को लेपटाप, स्कूटी, छात्रवृत्ति सब पैंडिंग हैं। इतना ही नहीं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को चार-छह महीने से वेतन नहीं दे पा रही है सरकार।


पटवारी ने कहा कि सरकार द्वारा जारी इस बजट का मूल मंत्र तीन सी का है। करप्शन करने के लिए अलग बजट और जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए अलग बजट। यह सरकार कर्ज, क्राईम और करप्शन, लूट के लिए छूट की सरकार है। यह सरकार पिछले बजट को घुमाफिराकर बताने वाली घाटे की सरकार है। यह बजट दिवालिया सरकार का बजट है।


पटवारी ने कहा कि प्रदेश में लोग गरीबी के कारण आत्महत्या कर रहे हैं, बच्चे भूखे मर रहे हैं। यह बजट गरीब विरोधी सरकार का बजट है। बजट का मूल उद्देश्य प्रदेश की जनता को सुख-सुविधाएं मिले, बच्चों का भविष्य सुधरे। आत्महत्याएं रूके।


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