एक से अधिक प्रभावी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां बढ़ गई हैं। शनिवार-रविवार के बीच जबलपुर और उमरिया में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों ने अगले दो से तीन दिन प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में रुक-रुक कर वर्षा होने का अनुमान जताया है।
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि दक्षिणी गुजरात तट से लगे उत्तर पूर्वी अरब सागर से लेकर मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसका फैलाव पश्चिमी बिहार तक है। इस प्रणाली से अरब सागर से प्रदेश तक नमी आ रही है। इसके अतिरिक्त रविवार को मध्यप्रदेश के मध्य क्षेत्र में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। यह प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों पर अधिक असर दिखाएगा। इस तरह अलग-अलग प्रणालियों से प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में अच्छी वर्षा की संभावना है।
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