आषाढ़ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा का प्रारंभः शनिवार 06 जुलाई 2024 को सुबह 04:26 बजे
आषाढ़ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा का समापनः रविवार 07 जुलाई 2024 को सुबह 04:26 बजे
नवरात्रि की शुरुआतः शनिवार, 6 जुलाई 2024
आषाढ़ नवरात्रि घटस्थापना डेटः प्रतिपदा, शनिवार को 6 जुलाई 2024
गुप्त नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्तः सुबह 05:40 बजे से 10:10 बजे तक
घटस्थापना मुहूर्त की अवधिः 04 घंटे 30 मिनट
घटस्थापना अभिजित मुहूर्तः सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:52 बजे तक
घटस्थापना अभिजित मुहूर्त की अवधिः 00 घंटे 54 मिनट (घटस्थापना मुहूर्त प्रतिपदा तिथि पर है।)
त्रिपुष्कर योगः रविवार 7 जुलाई, सुबह 04:26 बजे से सुबह 04:48 बजे तक
साल में आती हैं 4 नवरात्रि
हर साल 4 नवरात्रि आती है, इनमें से दो नवरात्रि प्रत्यक्ष और दो अप्रत्यक्ष मानी जाती है। प्रत्यक्ष नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि और अश्विन नवरात्रि (शारदीय नवरात्रि) में गृहस्थ माता की प्रतिमाओं का स्थापना करते हैं और माता पार्वती के 9 स्वरूपों यानी मां शैलपुत्री, कात्यायनी आदि नवदेवियों की पूजा की जाती है। वहीं दो नवरत्रि अप्रत्यक्ष होती हैं, जिन्हें गुप्त नवरात्रि कही जाती है। यह नवरात्रि माघ और आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
गुप्त नवरात्रि में मां पार्वती की 10 महाविद्याओं (मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रुमावती, मां बंगलामुखी, मातंगी और कमला देवी) की साधना की जाती है। आमतौर पर गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक और अन्य लोग साधना करते हैं। इस समय गुप्त साधना से बड़ी से बड़ी सिद्धियां प्राप्त होती हैं। तंत्र मंत्र की सिद्धियां प्राप्त होने से लोगों की मनोकामना पूरी होती है।
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