बेमेतरा के पिरदा गांव में लगे बारूद कारखाने में हुए भीषण विस्फोट के दूसरे दिन रविवार को भी अपनो की एक झलक पाने कारखाने के सामने स्वजन दिनभर बैठे रहे। शनिवार को सुबह कारखाना में हादसा हुआ, जिसमें अभी तक नौ लोग लापता है। प्रशासन ने सात लापता लोगों की पुष्टि भी कर दी है। ग्रामीण भी अपने लोगों को न्याय दिलाने के लिए पिछले 48 घंटे से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। नौतपा की तपिश भी ग्रामीणों के हौंसलों को नहीं हरा पाई। फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर टेंट लगा है। यही पर ग्रामीण बैठे हुए हैं। यही पर खाने-पीने की व्यवस्था भी कर दी गई है। वही पर खाना पकाया जा रहा है।
ग्रामीण 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। जबतक मांग नहीं पूरी होती तबतक प्रदर्शन करने की बात भी कह रहे हैं। ग्रामीण फैक्ट्री संचालक पर लापरवाही बरतने का भी आरोप लगा रहे हैं। फैक्ट्री में काम करने वालों ने बताया कि सुरक्षा के किसी भी तरह के कोई इंतजाम नहीं है। यहां पर पीने के लिए पानी भी नहीं मिलता है। हम लोग अपने घरों से पानी लाते हैं।
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