सागर। सागर रेलवे स्टेशन में युवती से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। वहीं घटना के दूसरे दिन मां के साथ इलाज कराकर लौट रही एक नाबालिग लड़की का अपहरण हो गया। पुलिस ने दोनों वारदातों में आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
दोनों वारदातों की जानकारी देते हुए रेलवे पुलिस की डीएसपी सारिका पांडेय ने बताया कि दमोह जिले की एक 18 वर्षीय युवती किसी कार्य से अकेले जबलपुर गई हुई थी। 6 अप्रैल को वह दयोदय एक्सप्रेस से दमोह के लिए चली। जहां ट्रेन में उसकी मुलाकात ग्राम घुटवानी थाना गोपालपुरा जिला सीहोर निवासी ईश्वर मीणा पिता भगवत से हुई।
दोनों की ट्रेन में दोस्ती हो गई। युवती को दमोह रुकना था, लेकिन उसकी नींद लग गई, और दमोह स्टेशन निकल गया। युवती सागर में उतर गई, उसके साथ आरोपित ईश्वर भी उतर गया। दमोह वापस जाने के लिए युवती रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर दूसरी ट्रेन का इंतजार करने लगी।
आरोपित ईश्वर उसके साथ था। देर रात युवती प्लेटफार्म नंबर दो पर बने शौचालय में गई तो आरोपित भी पीछे से वहां पहुंचा और युवती को शौचालय में पकड़ लिया। युवती का मुंह दबाकर आरोपित ने दुष्कर्म किया।
इसके बाद जब वह चिल्लाई तो आरोपित शौचालय के बाहर का दरबाजा बंद कर भाग गया। युवती दरवाजे के नीचे से निकलकर बाहर आई और पुलिस को सारी बात बताई। ट्रेन में युवती ने आरोपित से बातचीत के दौरान उसका मोबाइल नंबर ले लिया था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
एक अन्य मामला यह भी
डीएसपी सारिका पांडेय ने गुरुवार को बताया कि पांच अप्रैल को विदिशा जिले से एक नाबालिग लड़की अपनी मां के साथ सागर में इलाज कराने के लिए आई हुई थी। इलाज के बाद उसी दिन शाम को मां, बेटी विदिशा जाने के लिए सागर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। शाम करीब चार बजे नाश्ता लेने के लिए गई, जो लौट कर नहीं आई।
मां वेरावल ट्रेन से खुरई तक पहुंच गई, जब बेटी नहीं मिली तो मां वापस सागर आई और जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई। दो दिन बाद लड़की ने अपने चाचा के मोबाइल पर फोन कर बताया कि वह राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में एक लड़के के साथ है। पुलिस ने मौके पर जाकर लड़की को बरामद किया। लड़की ने बताया कि वह राजगढ़ जिले में रहने वाले जीवन पिता भरत सिंह नागर से पिछले एक साल से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से संपर्क में थी।
चाचा को किया फोन, तब पता चला
जीवन ने उसे नौकरी और शादी का झांसा दिया, जिसके बाद वह 5 अप्रैल को मां को छोड़कर उसके साथ भाग गई। पहले दोनों सड़क मार्ग से भोपाल गए, जहां रुकने के बाद दोनों नरसिंहगढ़ गए। वहां जीवन लड़की को अपने परिचित के यहां ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद जब अगले दिन वह दोनों रिश्तेदार के यहां से जाने लगे तो रास्ते में कहीं पर जीवन से छिपकर लड़की ने अपने चाचा को फोन लगाकर बताया। आरोपितों की तलाश कर उसकी गिरफ्तारी में थाना प्रभारी एचएल चौधरी, सहायक उप निरीक्षक विष्णु प्रसाद पासी, प्रआर पवन काम्बले, प्रकाशचंद कोरी, राजेंद्र कुमार, भानू प्रताप सिंह, राजा यादव, नीरज यादव, धीरज यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सागर जीआरपी टीम को जबलपुर रेलवे एसपी ने पुरस्कार की घोषणा भी की है।
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