भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार कैबिनेट की पहली औपचारिक बैठक बुधवार को जबलपुर के शक्ति भवन में होगी। इसमें साइबर तहसील व्यवस्था को लेकर राजस्व विभाग प्रस्तुतीकरण करेगा। यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू की जानी है। इसमें रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण भी हो जाएगा, जिससे आमजन को राजस्व कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इसके साथ ही जबलपुर संभाग की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा भी होगी।
जन आभार यात्रा के साथ गैरिसन मैदान में विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन और कार्यकर्ताओं से चर्चा भी होगी। जानकारी के अनुसार कैबिनेट में तेंदूपत्ता श्रमिकों का पारिश्रमिक तीन हजार रुपये से बढ़ाकर चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा किए जाने और राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण का अनुसमर्थन किया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव का एक पद फरवरी तक निरंतर रखने और विभागीय जांच से जुड़े कुछ प्रस्ताव भी निर्णय के लिए रखे जाएंगे।प्रदेश में राजस्व प्रशासन में सुधार के लिए लागू की जा रही सायबर तहसील व्यवस्था को लेकर प्रस्तुतीकरण होगा।
सरकार ने आमजन की सुविधा के लिए सायबर तहसील व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 27 मई 2022 को दतिया एवं सीहोर दो जिले में की गई थी। इसके बाद इंदौर, हरदा, डिंडौरी, सागर, आगर मालवा, बैतूल, उमरिया, श्योपुर, विदिशा एवं ग्वालियर जिले में प्रभावशील की गई।बैठक में विकसित भारत संकल्प यात्रा का प्रस्तुतीकरण भी किया जाएगा।
कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री वीरागंना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद कानून व्यवस्था और विकास कार्यों को लेकर संभागीय समीक्षा बैठक होगी। जन आभार यात्रा और फिर गैरिसन मैदान में विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन और कार्यकर्ताओं से चर्चा होगी।
बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री मंगलवार शाम को ही जबलपुर जाने वाले थे, लेकिन वे अब बुधवार सुबह ही पहुंचेंगे। उधर, जबलपुर में आयोजित करने को लेकर राज्य सभा सदस्य विवेक तन्खा ने एक्स पर पोस्ट किया कि मेरे आग्रह पर इतिहास में पहली बार तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथ ने जबलपुर में कैबिनेट बैठक की थी।
विधानसभा चुनाव के समय पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से कांग्रेस की सरकार बनने पर जबलपुर में फिर कैबिनेट बैठक करने का वादा लिया था।
तन्खा ने आगे लिखा कि मुझे खुशी है कि मोहन यादव जी की भाजपा सरकार मेरे इस संकल्प को पूरा कर रही है। मुझे जबलपुर से प्रेम है और इसकी उपेक्षा से नाराज था। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और अन्य विधायकों के प्रयासों से जबलपुर फिर इतिहास रचेगा। विदेश में न होता तो इस ऐतिहासिक क्षण का आनंद अवश्य उठाता।
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