अयोध्या। अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान जारी हैं। मुख्य कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा। इस बीच, गर्भगृह से भगवान राम की मूर्ति की पहली तस्वीर भी सामने आई गई है। देर रात जारी तस्वीर में मूर्ति पूरी तरह ढकी हुई थी। वहीं शुक्रवार दिन में जारी तस्वीर में राम लला की आंखों पर सिर्फ पट्टी बंधी है। यह पट्टी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद खोली जाएगी। भगवान राम की यह मूर्ति 51 इंच की है, जिसे 'श्यामल' (काले) पत्थर से बनाई गई है। इसको मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है।
एचडी देवेगौड़ा आएंगे अयोध्या
पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा ने कर्नाटक के हासन में कहा, मैं 22 जनवरी को अयोध्या जाऊंगा। मुझे आमंत्रित किया गया है। मेरे परिवार के लिए विशेष विमान की व्यवस्था की गई है।
राम की नगरी में बढ़ने लगी भीड़
अयोध्या पहुंचने पर 9 साल के अभिनव अरोड़ा ने कहा, 'मैं बहुत खुश, उत्साहित और गौरवान्वित हूं। देश का हर हिंदू आज यही अनुभूति कर रहा है। इतने सालों के इंतजार के बाद आखिरकार राम मंदिर बन रहा है। मेरी नजर वे भाग्यशाली हैं कि जिन्हें राम मंदिर का निर्माण होते देखने को मिला। भगवान राम अब तक एक तंबू में रह रहे थे, यह बहुत खुशी का अवसर है कि आखिरकार हमारे भगवान को अपना मंदिर मिल रहा है।'
अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या पूरी तरह तैयार है। भगवान राम की नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया। वहीं सुरक्षा के भी पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। तकनीक की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत को मिला निमंत्रण
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को भी निमंत्रण मिला है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक जितेंद्र कुमार और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पटियाला जिला के संयोजक दर्शन बंसल ने हरमनप्रीत को निमंत्रण पत्र सौंपा। जितेंद्र कुमार ने बताया कि हरमनप्रीत ही नहीं, यह पटियाला शहर का सौभाग्य है कि यहां से किसी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का मौका मिल रहा है।
स्वतंत्रता के समय राम मंदिर विवाद का मुद्दा नहीं था : राजनाथ
आजादी के आंदोलन के समय राम मंदिर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद का मुद्दा नहीं था और हर समुदाय ने किसी न किसी तरह से राम जन्मभूमि आंदोलन का समर्थन किया। 500 साल के इंतजार के बाद राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। अयोध्या में बन रहा नया राम मंदिर भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना का प्रतीक है। राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। अयोध्या नए भारत का प्रतीक बनेगी जो देश को एक बार फिर दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता देगी। - रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
लेजर शो में भगवान राम के दर्शन
राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से पहले सूरत में गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के कार्यालय में भगवान राम की तस्वीरें पेश करने वाला एक लेजर शो आयोजित किया गया।
प्राण प्रतिष्ठा पर श्री श्री रविशंकर का बयान
आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर अयोध्या के राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह पर कहा, 'यह हमारी सभ्यता, पूरे देश के लिए एक महान क्षण है, एक ऐसा क्षण जिसका लोग पिछले 500 वर्षों से इंतजार कर रहे थे। यह लोगों के लिए उस भावना को बाहर निकालने का समय है जिसे वे वर्षों से दबा कर रखे हुए हैं।'
बाल स्वरूप के होंगे दर्शन
राम मंदिर गर्भगृह में भक्तों को भगवान राम के बाल स्वरूप के दर्शन होंगे। भगवानकमल पर खड़े पांच साल के बच्चे के रूप में दिखाई देंगे। मूर्ति का वजन 150 किलोग्राम है और जमीन से मापने पर इसकी कुल ऊंचाई सात फीट है। इसे स्वर्ण सिंहासन पर विराजमान किया गया है।
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