भोपाल : 4 सितम्बर | मध्यप्रदेश में वर्षा का दौर थमा हुआ है और धूप के तेवर तीखे होने के कारण प्रदेश में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। हालांकि बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात ताकतवर हो गया है। इसके मंगलवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है।
उधर, हिमालय की तलहटी में पहुंचा मानसून द्रोणिका का पूर्वी छोर सामान्य स्थिति में आने लगा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से मंगलवार को पूर्वी मप्र में छिटपुट वर्षा की शुरुआत होगी।
बुधवार-गुरुवार से पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा होने का दौर भी प्रारंभ होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। 24 घंटों के दौरान इस मौसम प्रणाली के उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बुधवार से शहडोल, रीवा, सागर, जबलपुर संभाग के जिलों में वर्षा होने का सिलसिला शुरू हो सकता है। गुरुवार से पूरे प्रदेश में वर्षा शुरू होने की उम्मीद है।
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