मध्य प्रदेश में कांग्रेस अपनी छवि बदलने की कोशिश लगातार कर रही है। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा की थी। भले ही यह गैर राजनीतिक थी पर इसका लाभ कांग्रेस को चुनाव में मिला था। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी ने महाकाल दर्शन के साथ नर्मदा का पूजन किया था। कांग्रेस के कई नेता भागवत कथा करा चुके हैं।
चुनाव की दहलीज पर खड़े मध्य प्रदेश में दिखावे की राजनीति के चटख रंग दिखने लगे हैं। राजनीति में धर्म के इस्तेमाल पर भारतीय जनता पार्टी को नसीहत देती रही कांग्रेस को भी धर्म सम्मेलनों से परहेज नहीं रह गया है। सामने चुनाव है और मुकाबला भाजपा से। ऐसे में कांग्रेस भी हिंदुत्व की राह पर चलने को मजबूर हो गई है।
इसका नजारा रविवार को प्रदेश कांग्रेस भवन में दिखा। धर्म-संवाद और मठ-मंदिर स्वायत्तता दिवस के बहाने कांग्रेस ने धर्मगुरुओं को साधने की कोशिश की। कांग्रेस भवन को भगवा रंग की पटि्टका(गमछा) से सजाया गया।
दरअसल, पुजारियों के माध्यम से बड़े वर्ग को साधने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने पहली बार मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ का गठन किया है। इसका उद्देश्य मंदिरों के संचालकों या फिर पुजारियों को जो समस्याएं आती हैं, उन्हें जानना और राज्य में सरकार बनने पर पर उनका समाधान करने के साथ तुष्टीकरण के आरोपों से मुक्ति पाना है। पार्टी यह अच्छी तरह से जानती है कि यदि सत्ता में वापसी करनी है तो बहुसंख्यकों(हिंदुओं) का साथ जरूरी है, इसलिए उनसे जुड़ने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं।
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले भी इसी तरह की कोशिश की गई थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने चित्रकूट में कामदगिरि की परिक्रमा करने के साथ उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए थे। कुछ अवसरों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी उनके साथ रहे। हालांकि, राम मंदिर निर्माण हो या अन्य धार्मिक आयोजन, कांग्रेस और कमल नाथ को कटाक्षों का सामना करना पड़ा है। जबकि, कमल नाथ कहते हैं कि धर्म हमारी आस्था और भावना से जुड़ा है, राजनीति से नहीं।
कमल नाथ ने पूछा-क्या भाजपा ने ले रखा भगवा का ठेका
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रविवार को आयोजित धर्म-संवाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि भगवा (हिंदू धर्म) का ठेका क्या भाजपा ने ले रखा है। जब हम मंदिर जाते हैं, पूजा करते हैं तो भाजपा को दर्द होता है। मैं गर्व से कहता हूं मैं हिंदू हूं, बेवकूफ नहीं। पार्टी ने आज के दिन को मठ-मंदिर स्वायत्तता दिवस के रूप में मनाया। कमल नाथ ने कहा कि धर्म दिखावे की चीज नहीं है। यह व्यक्तिगत मामला है।
यह दिखावा है : वीडी शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को भगवा गमछों से सजाना और पुजारियों के साथ बैठक करना दिखावा है। कांग्रेस का मूल चरित्र तुष्टीकरण का है। पार्टी के नेता देश के प्रति क्या भाव रखते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह को जनता देख चुकी है।
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