....

अमेरिकी ड्रोन और रूसी फाइटर जेट में टक्कर के बाद दोनों देश में बढ़ा तनाव

 अमेरिकी ड्रोन और रूसी फाइटर जेट में टक्कर के बाद दोनों देश में बढ़ा तनाव

काला सागर के ऊपर मंगलवार को एक रूसी एसयू-27(Su-27 jet fighter) लड़ाकू विमान अमेरिका के सैन्य एमक्यू-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन (MQ-9 Reaper drone) के प्रोपेलर से टकरा गया। इस वजह से अमेरिकी ड्रोन काला सागर में डूब गया। अमेरिका रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा कि एक वर्ष पहले यूक्रेन पर रूसी आक्रामण के बाद से यह इस तरह की पहली घटना है। अमेरिका ने घटना पर विरोध जताते हुए वाशिंगटन में रूसी राजदूत को तलब किया और चेतावनी दी।


यूएसए के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि काला सागर के ऊपर एक अमेरिकी ड्रोन का पता चलने के बाद उसने लड़ाकू विमानों को उतारा उतारा गया। हालांकि रूस ने अमेरिका के विमान से ड्रोन को क्रैश कराने की बात को नकारा है। अमेरिका का इल्जाम है कि रूस ने सबसे पहले ड्रोन पर ईंधन डाला और फिर उसे क्षतिग्रस्त किया गया।

नाटो के यूरोप में सुप्रीम कमांडर और अमेरिकी जनरल क्रिस्टोफर कावोली ने इस घटना के बारे में संगठन के सदस्य देशों को जानकारी दे दी है। व्हाइट हाउस और पेंटागन ने घटना की निंदा करते हुए तनाव बढ़ने की चेतावनी दी है। वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि अमेरिकी ड्रोन रूसी सीमा का पास उड़ान भर रहा था और उसके इन विमानों में हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। उसने इस बात से इनकार किया है कि उसका विमान अमेरिकी ड्रोन के संपर्क में आया था।

Share on Google Plus

click vishvas shukla

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment