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इंदौर में हाइराइज बिल्डिंग के प्रोजेक्ट

 

काेविड के बाद इंदौर में हाइराइज बिल्डिंग निर्माण के प्रोजेक्ट का कल्चर देखने को मिल रहा है। मेट्रो सिटी की तर्ज पर अब इंदौर में भौगोलिक तौर पर क्षैतिज विकास के बजाए लंबवत विकास की योजना बनाई जा रही है। यह पहला मौका है जब इंदौर में विकास योजना के लिए बनी हाइराइज कमेटी के पास पिछले दो माह में छह हाइराइज इमारतों के प्रोजेक्ट पहुंचे है। इंदौर शहर में अभी जहां अधिकतम 55 से 60 मीटर ऊंचाई की इमारते ही है। हाइराइज कमेटी के पास पहुंचे प्रोजेक्ट में शहर में 75 व 90 मीटर ऊंचाई की इमारतें बनाने की योजना है। गौरतलब है कि अभी शहर में 30 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले 15 से 20 इमारते ही है। पिछले छह माह में हाइराइज कमेटी में पास नौ हाइराइज बिल्डिंग निर्माण की अनुमति के प्रस्ताव पहुंचे है।


सुपर कारिडोर जहां अभी तक ज्यादातर लोग प्लाट लेकर ही निवेश कर रहे थे। उस क्षेत्र में भी दो हाइराइज बिल्डिंग के प्रोजेक्ट आ रहे है। हाइराइज कमेटी के समक्ष स्वीकृति के लिए ये प्रोजेक्ट पहुंचे है। इन दो प्रोजेक्ट में एक होटल तो एक अन्य कर्मशियल प्रोजेक्ट लव कुश चौराहे के पास बनना प्रस्तावित है। सुपर कारिडोर जहां निवेश की काफी संभावना है और अब वहां पर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट भी रफ्तार पकड़ रहा है। ऐसे में हाइराइज बिल्डिंग के इस प्रोजेक्ट से सुपर कारिडोर क्षेत्र में निवेशकों का रुझान भी बढ़ेगा।

सामान्य निर्माण के मुकाबले शहर में हाइराइज इमारतों के निर्माण के लिए मापदंड अलग-अलग है। यही वजह है कि नगर एवं ग्राम निवेश, नगर निगम, आइडीए, पीडब्ल्युडी, मप्र विद्युत वितरण कंपनी, पुलिस विभाग, फायर ब्रिगेड सहित अन्य विभागों की संयुक्त कमेटी की अनुशंसा पर ही हाइराइज इमारतों के निर्माण को स्वीकृति दी जाती है। हाइराइज इमारतों की ऊंचाई के आधार पर सड़कों की चौड़ाई का भी अलग से प्रविधान है। यह कमेटी एजेंसी व बिल्डर के निर्माण संबंधित तथ्यों को परखने के बाद ही निर्माण संबंधित स्वीकृति देती है। हाइराइज इमारत के निर्माण के लिए भूमि का आकार आधा एकड़ से अधिक होने का प्रविधान रखा गया है। इमारत की ऊंचाई के अनुरुप भूमि के आकार में बढ़ोतरी निर्धारित है।

हाइराइज इमारत के अनुरुप सड़क की चौड़ाई भी तय

45 मीटर ऊंची इमारत: 30 मीटर चौड़ी सड़क

60 मीटर ऊंची इमारत: 36 मीटर चौड़ी सड़क

75 मीटर ऊंची इमारत: 45 मीटर चौड़ी सड़क

शहर में इन स्थानों पर आएगी हाइराइज बिल्डिंग

-आइएसबीटी एमआर 10 पुल के पास एक इमारत

-स्टार चौराहे के पास दो इमारत

- लवकुश चौराहे के पहले एमआर-10 वाले हिस्से में एक इमारत

- लवकुश चौराहे से सुपरकारिडोर के बीच एक इमारत

-आईटी पार्क चौराहे के पास मप्र औद्योगिक विकास निगम का आईटी पार्क

मेट्रो की तर्ज पर इंदौर में बढ़ेगा हाइराइज बिल्डिंग का कल्चर

यह पहला मौका है जब हाइराइज कमेटी के सामने शहर में छह अलग-अलग स्थानों पर हाइराइज बिल्डिंग निर्माण के प्रोजेक्ट अनुमति के लिए आए है। कमेटी बैठक के मिनट्स जारी करेगी। इसके बाद बिल्डर व एजेंसियां नगर एवं ग्राम निवेश व नगर निगम में निर्माण संबंधित अनुमति के लिए आवेदन दे पाएगी। भौगोलिक व आर्थिक परिस्थियों के आधार पर ही हाइराइज इमारतों को मांग को देखने हुए ये प्रोजेक्ट आ रहे हैं। मेट्रो की तरह इंदौर में भी अब हाइराइज इमारतों का कल्चर बढ़ेगा।

- एसके मुदगल, सदस्य सचिव, हाइराइज कमेटी व संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश

स्वीकृति के लिए आए छह हाइराइज इमारतों के प्रोजेक्ट

पिछले छह माह में शहर में तीन से चार हाइराइज इमारतों के प्रस्ताव स्वीकृत हुए है। वर्तमान में कमेटी के पास छह हाइराइज इमारतों के प्रोजेक्ट पहुंचे है। कमेटी इन प्रोजेक्ट में नेशनल बिल्डिंग कोड, भूमि विकास निगम व फायर प्लान का परीक्षण करती है। कोविड के बाद से यह देखने में आया है कि शहर में हाइराइज बिल्डिंग के प्रोजेक्ट आ रहे है। सुपर कारिडाेर के आसापास हाइराइज बिल्डिंग आने से उस क्षेत्र का विकास भी अब तेजी से होगा।

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