मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देशित किया है कि सागर में 8 फरवरी को होने वाले राज्य स्तरीय संत शिरोमणि रविदास महाकुंभ में अनुसूचित-जाति वर्ग की प्रतिभाओं का सम्मान और उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया जाए। अनुसूचित-जाति वर्ग के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों से अधिक से अधिक व्यक्तियों को जोड़ने के लिए भी गतिविधियाँ संचालित हों। मुख्यमंत्री चौहान महाकुंभ के लिए जारी तैयारियों की समीक्षा समीक्षा कर रहे थे। मंत्रालय में हुई बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल उपस्थित थे। कमिश्नर सागर तथा कलेक्टर वर्चुअली सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक समरसता, समानता और समदर्शिता के साथ अनुसूचित-जाति तथा वंचित समाज के सभी वर्गों का सर्वांगीण विकास है। महाकुंभ से प्रदेश के सभी जिलों को जोड़ा जाए।
जानकारी दी गई कि सागर में झाँसी रोड स्थित कजली वन सदर में दोपहर 1 बजे से कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम स्थल पर अनुसूचित-जाति कल्याण पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी और अनुसूचित-जाति वर्ग के चयनित उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगेगी। कार्यक्रम में हित लाभ वितरण भी होगा। महाकुंभ में रविदासी संप्रदाय से संबंधित साधु-संतों का सम्मान तथा संत रविदास के दर्शन पर केन्द्रित भजन होंगे। साथ ही उनके जीवन-दर्शन पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।
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