न्याय के देवता शनि देव इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं। वहीं, मकर और धनु राशि पर शनि देव का पूर्ण प्रभाव बना हुआ है। शनि के राशि परिवर्तन से इन तीनों राशियों में साढ़ेसाती चल रही है। साढ़ेसाती व्यक्ति के जीवन में बेहद कठिन समय होता है। इस समय काल में व्यक्ति को आय-व्यय, शुभ-लाभ के साथ नुकसान आर्थिक संकट, बीमारियां सहित कई परेशानियां घेर लेती है। आइये जानते हैं शनि साढ़ेसाती के प्रभाव में राहत पाने के 10 सरल उपाय।
इन राशि पर चल रही है शनि की साढ़ेसाती
प्रथम चरण में कुंभ राशि पर, जो अगले साढ़े 6 वर्ष रहेगी। मकर राशि में दूसरा चरण चल रहा है जो साढ़े 3 वर्ष तक रहेगा यह चरण बेहद कष्टदायी माना जाता है। वहीं, धनु राशि में अंतिम चरण चल रहा है। जो अगले एक वर्ष तक रहेगी।
शनि की साढ़ेसाती के उपाय
1-शनिवार को लोहा, काले उड़द की दाल, काला तिल या काले वस्त्र का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। शनि साढ़ेसाती में इस उपाय को करने से आप शनि के अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं।
2- पीपल के वृक्ष में शनि देव का वास माना जाता है। शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल से दीपक जलाने पर शनि देव की विशेष कृपा आपको प्राप्त होती है। इसके साथ ही शनि स्त्रोत का पाठ करने से भी साढ़ेसाती में राहत मिलती है।
3- शनिवार को किसी भी शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल में काला तिल और एक लोहे की कील मिलाकर शनि देव को अर्पिक करने से आपको साढ़ेसाती के प्रभाव से राहत मिलेगी।
4. शनिवार को हनुमान जी की पूजा, हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि देव के प्रभाव से शांति मिलती है और अशुभ फल मिलना कम हो जाते हैं।
5. शनिवार को मछली, पक्षी और पशुओं को चारा खिलाने से शनि का प्रभाव कम हो जाता है। इसके साथ ही साढ़ेसाती के अशुभ प्रभाव से आपको राहत मिलती है।
6. प्रत्येक दिन यदि मजबूर और लाचार लोगों को सामर्थ्य अनुसार दान करें तो भी शनि देव शांत हो जाते हैं और अपने अशुभ प्रभाव आप पर नहीं दिखाते हैं।
7. शनिवार को नियमित सुबह के समय चिड़ियों को दाना और पानी देने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
8. शनिवार को चींटियों को आटा, शक्कर देने से भी साढ़ेसाती का प्रभाव कम होने लगता है।
9. शनिवार को प्रतिदिन सूर्य को जल देने और गलत या अनुचित कार्य से बचें।
10.शनिवार को सुबह और शाम के भोजन में काले नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें।
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