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पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री चौहान ने किया माल्यार्पण

 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि जनता ही भगवान है, दरिद्र ही नारायण है और उसकी सेवा ही भगवान की सेवा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य सरकार जन सेवा के इस संकल्प को साकार कर रही है। जन-कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से कोई पात्र व्यक्ति वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए "मुख्यमंत्री जन सेवा" अभियान में नगरीय क्षेत्रों के प्रत्येक वार्ड और प्रदेश की सभी ग्राम पंचायत में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। शिविरों में शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों के साथ जन-प्रतिनिधि भी सक्रियता से भाग ले रहे हैं। प्रत्येक पात्र व्यक्ति को तत्परता से स्वीकृतियाँ प्रदान की जा रही हैं और योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। "मुख्यमंत्री जन सेवा" अभियान पं. दीनदयाल उपाध्याय के “नर सेवा ही नारायण सेवा” के विचार को क्रियान्वित करने का माध्यम है।


मुख्यमंत्री चौहान ने यह विचार भोपाल में लालघाटी स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रतिमा स्थल पर व्यक्त किए। उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। विधायक एवं पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय, सामाजिक कार्यकर्ता सुमित पचौरी तथा भगवान दास सबनानी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के विचार के प्रणेता थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों के अनुरूप "सबका साथ-सबका विकास" सुनिश्चित करने गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। भारत शक्तिशाली, संपन्न, समृद्ध और गौरवशाली राष्ट्र के रूप में वैश्विक पटल पर उभर रहा है। पं. उपाध्याय के विचारों के अनुरूप राष्ट्र और समाज के उत्थान के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने युवा मोर्चा के "हरा-भरा मध्यप्रदेश" अभियान में कार्यकर्ताओं को पौधे भी वितरित किए।


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