गुजरात आतंकवादी निरोधी दस्ते (ATS) की टीम ने शनिवार को कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को हिरासत में लिया। उन्हें अहमदाबाद ले जाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तीस्ता और दो पूर्व आईपीएस अधिकारियों पर गुजरात दंगों के बारे में कथित तौर पर गलत जानकारी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
साजिश का आरोप
गुजरात पुलिस ने इस मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट, पूर्व आईपीएस आरबी श्रीकुमार और कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एफआईआर के मुताबिक सीतलवाड़ ने जकिया जाफरी के जरिए कई याचिकाएं अदालत में डालीं और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के प्रमुख और अन्य आयोगों को गलत जानकारी दी। जांच में पाया गया कि याचिका के जरिए झूठी सूचना दी गई।
इन धाराओं पर केस दर्ज
आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471(फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल), 194(झूठे सबूत देना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। यह घटनाक्रम सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2002 के दंगों के मामले में पीएम नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों को एसआईटी की क्लीन चिट को बरकरार रखने के बाद आया है।
गृहमंत्री बोले-तीस्ता के एनजीओ ने गलत जानकारी दी
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में सीतलवाड़ पर गुजरात दंगों के बारे में पुलिस को आधारहीन जानकारी देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ का एक एनजीओ था। जिसने बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस स्टेशन में आवेदन जमा किए थे। उन्हें सच मानकर मांगा गया था। इधर गुजरात एटीएस की टीम शनिवार को मुंबई के जुहू स्थित तीस्ता के आवास पर पहुंची। उन्हें मुंबई के सांताक्रूज पुलिस स्टेशन ले गई, बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
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