भोपाल : मध्यप्रदेश के पांरपरिक हाथकरघा बुनकरों की कलाओं की राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार 29 अप्रैल को मुंबई में फैशन शो का आयोजन करेगी। मुंबई के लोअल परेल में इस फैशन शो में मध्यप्रदेश और देश के नामी मॉडल प्रदेश के पारंपरिक हाथकरघा वस्त्रों को पहनकर रैंप पर उतरेंगे। हाथकरघा पर सरकारी स्तर पर फैशन शो करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य होगा।
मध्यप्रदेश के खादी-ग्रामोद्योग विभाग की प्रमुख सचिव स्मिता भारद्वाज ने प्रदेशटुडे से चर्चा में यह बात कही। उन्होंने बताया कि कोरोना के लाकडाउन के कारण पिछले दो साल से हाथकरघा बुनकरों की समस्या और बढ़ गई थी। उनके उत्पादों के लिए एक उपयुक्त बाजार नहीं मिल पा रहा था। मध्यप्रदेश के नीमच जिले में नांदना ब्लॉक प्रिंट से बनने वाले पांरपरिक वस्त्र की कला विलुप्ति की कगार पर पहुंच गई थी। नीमच में इस कला को जीवित रखने वाले केवल दो परिवार ही बचे है। सरकार ने निर्णय लिया है कि नांदना कला के कारीगर बढ़ाएंगे। पंद्रह और परिवारों को इस कला का प्रशिक्षण देकर इस कला का विस्तार किया जाएगा। इन्हें दो साल का आॅर्डर भी दिया जाएगा।
नामी डिजाइनर्स की डिजाइन का प्रदर्शन
पीएस भारद्वाज ने बताया कि इस फैशन शो की ग्रांड ओपनिंग में मध्यप्रदेश के शीर्ष डिजाइनर्स मुमताज खान, साधना व्यास और फरहत मलिक की डिजाइन्स प्रदर्शित की जाएंगी। ग्रांड क्लोजिंग के लिए सेलिब्रेटी डिजाइनर अर्चना कोचर के फ्यूजन कलेक्शन के साथ की जाएगी।
सिंगिंग शो में भी होगा प्रमोशन
पीएस भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश के बुनकरों की कला को टीवी सिंगिंग शो में भी प्रमोट किया जाएगा। एक मई से शुरू होने वाले शो सारेगामा के सारे गायक प्रदेश के हाथकरघा से बने वस्त्र पहनकर टीवी शो में नजर आएंगे। इसके अलावा देश की एक बड़ी सेलिब्रेटी को मध्यप्रदेश के हाथकरघा उत्पादों का ब्रांड एंबेसेडर भी बनाया जाएगा।
कारीगरों को मिलेगा मंच
प्रदेश के हाथकरघा कारीगरों के लिए विस्तृत मार्केट नहीं है। इस फैशन शो के जरिए पारंपरिक हाथकरघा कलाकारों के द्वारा तैयार वस्त्रों को आधुनिकता से जोड़ते हुए प्रदर्शित किया जाएगा। इस आयोजन से बुनाई की पारंपरिक धरोहर देश-दुनिया के सामने आएगी और राज्य के बुनकरों और कारीगरों के लिए विपणन और निर्यात के नये अवसर भी पैदा होंगे।
इंदौर में आठ अक्टूबर को फैशन शो
दूसरे चरण में इंदौर में एक फैशन शो का आयोजन आठ अक्टूबर को किया जाएगा। वर्तमान डिजाइनर अपने कुछ परिधानों का विक्रय, आॅक्शन भी करेंगे और उससे प्राप्त धनराशि का उपयोग हाथकरघा बुनकरों के बच्चों के लिए किया जाएगा।
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