उमरिया। महाशिवरात्रि पर शहर के शिव मंदिरों में मेले का आयोजन किया गया। सगरा मंदिर में विशाल मेला लगा। इसी तरह शिवबाबा के प्रमुख केन्द्र मढ़ीवाह में भी विशाल मेला आयोजित किया गया। कल्चुरकालीन इस मंदिर में उमरिया के अलावा आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग आए।
पाली में भी निकली बरात : महाशिवरात्रि पर जिले के बिरसिंहपुर पाली में भी भगवान भोलेनाथ की धूमधाम से बरात निकाली गई। भोले की बरात में हजारों की तादात में नगर के श्रद्घालु शामिल हुए। बरात का स्वागत शहर के लोगों ने किया गया। जगह-जगह पर शरबत और खीर का वितरण किया गया। पाली शहर में महाशिवरात्रि पर जगह-जगह विशाल भण्डारों का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय लोगों ने भी बढ-चढ़कर सहभागिता निभायी। देर शाम तक भण्डारे चले।अमोलखोह में उमड़े भक्त : महाशिवरात्रि पर जिले के अमोल खोह में भी सुबह से श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा। यहां शिवरात्रि पर इन दिनों कथा एवं शिवरूद्र महायज्ञ का आयोजन भी किया जा रहा है। कथा के दौरान बताया गया कि जो व्यक्ति तीनों लोकों के स्वामी रूद की पूजा भक्ति में नहीं करता। वह समस्त जन्मों में भ्रमित रहता है। नारी को शिवरात्रि का व्रत भक्ति के साथ करना चाहिए। इसे इच्छापूर्ति का व्रत भी कहते हैं। अमोलखोह में उमरिया, पाली, करकेली, चंदिया, शहडोल, कटनी सहित दूर-दूर से बड़ी संख्या में श्रद्घालु भक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। दोपहर में मंदिर में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्घालुओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इसके अलावा करकेली, चंदिया, भरेवा, इंदवार, झाल, चितरांव, दमोय सहित आसपास के गांवों में स्थित शिव मंदिरों में भी महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान भोलेनाथ की बारात निकली।
भक्ति में बीता छुट्टी का दिन : महाशिवरात्रि पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था। इस दिन सभी सरकारी विभागों, स्कूल, कालेजों की छुट्टी रही जिसके कारण लोगों का सारा दिन भक्तिमय वातावरण में बीता। लोगों ने भोले बाबा की पूजा कर महाशिवरात्रि की छुट्टी का आनंद लिया।
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