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NTAGI ने की सिफारिश, 8 से 16 हफ्तों में ही लगे कोविशील्ड की दूसरी डोज

 देश में कोविड-19 के खिलाफ कोविशील्ड का दूसरा डोज लेने के लिए अब चार महीने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अगर स्वास्थ्य मंत्रालय ने NTAGI की सिफारिश मान ली, तो दो महीने के बाद ही दूसरा डोज लगाया जा सकेगा। दरअसल, कोविड-19 महामारी और वैक्सीनेशन पर अहम राय देने वाले नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) ने सिफारिश की है कि कोविशील्ड (Covishield Vaccination) की पहली और दूसरी खुराक के बीच अंतराल को घटाकर 8 से 16 हफ्तों के बीच कर दिया जाए। इसके पीछे वजह ये है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट BA.2 कापी तेज गति से फैलता है और दुनिया भर में कोरोना की चौथी लहर की गति बढ़ गई है। ऐसें देशवासियों को जल्द से जल्द पूरी तरह वैक्सीनेट करने की जरुरत है। फिलहाल कोविशील्ड की दूसरी खुराक 12 से 16 हफ्तों के बीच दी जा रही है।



वैसे NTAGI ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) की दूसरी खुराक के समयांतराल में किसी भी प्रकार के बदलाव की कोई सिफारिश नहीं की है। इसकी वजह ये है कि कोवैक्सीन की दूसरी खुराक पहली डोज के 28 दिनों बाद ही दी जाती है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एनटीएजीआई की ये सिफारिश वैश्विक स्तर पर मिले वैज्ञानिक आंकड़ों पर आधारित है। सूत्रों ने कहा कि अगर कोविशील्ड की दूसरी खुराक आठ हफ्ते के बाद दी जाती है तो उससे बनने वाली एंटीबॉडी का रिस्पांस 12 से 16 हफ्तों के बीच दी जाने वाली डोज जैसा ही पाया गया है। हालांकि इस सिफारिश को अभी नेशनल कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल नहीं किया गया है। लेकिन अगर यह फैसला लागू होता है तो दूसरी खुराक लेने वालों की तादाद तेजी से बढ़ेगी।

देश में कोविड-19 की स्थिति

एक तरफ यूरोप और चीन में कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ भारत में रोजाना के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है। 24 घंटे के दौरान भारत में कोरोना के कुल 1,761 केस मिले आए हैं, और पिछले 24 घंटे के मुकाबले 15 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इस दौरान देश में कोरोना से 127 मौतें दर्ज की गई हैं।उधर, देश में वैक्सीनेशन मुहिम के तहत 181.21 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इसके अलावा 12-14 साल के बच्‍चों को भी 17 लाख कोरोना की खुराक दी जा चुकी है।

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