ज्जैन । मध्य प्रदेश की धर्मधानी उज्जैन में महाशिवरात्रि पर सूरज ढलते ही इतिहास रचा गया। मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के तट पर 11 लाख 71 हजार 78 मिट्टी के दीये एक साथ प्रज्वलित किए गए।
आज #महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल की नगरी दीपों की ज्योति से जगमगा रही है। उज्जैन की जनता ने अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया है। अनोखे तरीके से शिवभक्ति की है। मैं महाकाल महाराज से प्रार्थना करता हूं कि उज्जैन, मध्यप्रदेश, देश व सम्पूर्ण विश्व पर कृपा की वर्षा करें
पहला दीप मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रज्वलित किया। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने इसे दीपों का सबसे बड़ा प्रदर्शन (लार्जेस्ट डिस्प्ले आफ आयल लैम्प) करार देकर उज्जैन का नाम गिनीज बुक में दर्ज किया। इससे पहले यह रिकार्ड अयोध्या के नाम ( नौ लाख 41 हजार 551 दीये) था। मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग के नाम इसका प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को प्रदान किया।
शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव नाम से रखे इस दीपोत्सव में 20 हजार से अधिक लोग शामिल हुए। दीपोत्सव का इंटरनेट साइट एवं टीवी चैनलों पर प्रसारण हुआ। इसे पूरे विश्व ने देखा और सराहा। कार्यक्रम पश्चात सभी दीये और तेल की खाली बोतलें नगर निगम ने एकत्र की। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने विश्व का सबसे बड़ा जीरो वेस्ट कार्यक्रम होने का दावा किया। कहा कि उपयोग हुए सभी दीयों को रिसाइकल कर एक बड़ा दीया बनाया जाएगा। तेल की बोतलों से गमले, कुर्सियां बनाई जाएंगी। दीपोत्सव पर पूरे शहर में 21 लाख से अधिक दीये जले।
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