देश में 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर्स और 60 साल के ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को कोविड वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज लगना शुरू होगी। ऐसे समय में जब दुनिया कोविड महामारी के नए ओमिक्रोन वैरिएंट से लड़ रही है। भारत सरकार नए दिशा-निर्देशों को लागू कर स्थिति काबू करने में जुटी है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के खिलाफ लड़ने के लिए बूस्टर डोज का विचार पहले की आ चुका है। कई देशों में नागरिकों को लगने भी लगा है। हालांकि भारत में इसे बूस्टर डोज नहीं बता रहा हैं। 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन को लेकर बड़ी घोषणा की थीं। उन्होंने इसे एहतियाती खुराक बताया था। वहीं 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों को भी कोवैक्सीन लगना शुरू होगी। सरकार ने कोविड वैक्सीन की तीसरी डोज के लिए गाइडलाइन भी जारी की है। आइए जानते हैं कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज से जुड़ी हर बात।
किन लोगों को लगेगी प्रिकॉशन डोज?
हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग प्रिकॉशन डोज लगवा सकते हैं। ये डोज दूसरी खुराक के 9 महीने बाद दी जाएगी। तीसरी डोज के लिए पात्र लाभार्थियों को एक मैसेज भी आएगा। जिससे पता चल सके कि उन्हें तीसरी वैक्सीन कब लगवानी है।
इन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होगी?
60 साल और उससे अधिक आयु के नागरिकों को प्रिकॉशन डोज के लिए डॉक्टर से कई सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं है। हालांकि ऐसे व्यक्तियों को तीसरी खुराक लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।
कैसे करें बुकिंग?
कोविन प्लेटफॉर्म पर वैक्सीनेशन स्लॉट बुक कर सकेंगे। गाइलाइन्स के अनुसार वैक्सीन सेंटर में जाकर भी स्लॉट बुक कर सकते हैं।
क्या प्रिकॉशन डोज का सर्टिफिकेट मिलेगा?
लाभार्थियों को प्रिकॉशन डोज लगने के बाद सर्टिफिकेट दिए जाएगा। वहीं तीसरी खुराक सरकारी सेंटर्स पर फ्री में लगेगा। प्राइवेट अस्पताल पर इसके लिए पैसे देने पड़ेंगे।
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