रोम : इटली में कोरोना वायरस के संक्रमण से रोजाना हो रही सैकड़ों लोगों की मौत से सरकार के होश उड़ गए हैं। इसमें दिनोंदिन बढ़ोतरी होती जा रही है, चीन के बाद इटली ही वो शहर है जहां रोजाना सबसे अधिक मौतें हो रही हैं। मंगलवार को इटली में एक दिन में सबसे अधिक 723 मौतें हुई।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इसकी सूचना मिलने के बाद प्रधानमंत्री जिजेज्पी कौंटे ने बहुत ही गंभीरता से लिया है। इसी बीच ये भी खबर आ रही थी कि काफी संख्या में लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं, वो बिना कारण ही अपने घर से निकल रहे हैं। इस वजह से कोरोना से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो रही है।
मंगलवार देर रात को देश के नाम दिए गए संदेश में इटली के प्रधानमंत्री जिजेज्पी कौंटे ने घोषणा की है कि बुधवार के बाद से जो भी बिना उचित कारण के अपने घर से निकलेगा, उस पर 3000 यूरो यानि लगभग 2 लाख 49 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
अभी तक ये जुर्माना 206 यूरो यानि 17,098 रुपए था। इससे पहले उन्होंने इस बात का खंडन किया था कि उन्होंने पुलिस को गैर-जरूरी काम से निकली कारों और दूसरे वाहनों को जब्त करने के आदेश दिए थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खाद्य और पेट्रोल आपूर्ति चेन को हर हालत में बरकरार रखा जाएगा।
कौंटे ने इटली वासियों को आश्वासन दिया है कि इटली में लगाए गए वर्तमान आपातकाल कि मियाद जोकि 31 जुलाई को खत्म हो रही है, उससे पहले ही वहां के लोग सामान्य जिंदगी जीने लगेंगे। सरकार कोरोना वायरस की चेन की तोड़ने का प्रयास कर रही है, दूसरे देशों से इसके लिए मदद मांगी जा रही है। ये प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द इस पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने ये भी कहा कि 6 महीनों तक आपातकाल जारी रहने का ये मतलब नहीं है कि तब तक लोगों पर पाबंदियाँ भी जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि जैसे ही हालात बेहतर होते हैं, पाबंदियों पर ढील शुरू हो जाएगी।
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