भोपाल । उच्च शिक्षा विभाग आगामी सत्र 2020-2021 में प्रवेश
देने के लिए 11 मई
से काउंसलिंग शुरू करेगा। पचास दिनी काउंसलिंग तीस जून तक चलेगी। विभाग यूजी में
दूसरे और तीसरे तथा पीजी में तीसरे सेमेस्टर में भी आनलाइन प्रवेश कराएगा। इससे
सरकारी और निजी कालेजों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की फीस सीधे कालेजों
के खाते में नहीं बल्कि विभाग के पास जाएगी। जहां से फीस कालेजों के खातों में
आनलाइन ट्रांसफर होगी। इससे निजी कालेज अपनी मनमर्जी से द्वितीय और तीसरे वर्ष में
बढ़ी हुई फीस वसूल नहीं कर पाएंगे।
विभाग प्रदेश में संचालित 1406 कालेजों में प्रवेश कराने तीन
काउंसलिंग कराएगा। यूजी का पहला राउंड 11 मई और पीजी का पहला राउंड 21 मई से शुरू होगा। पहले राउंड के बाद दो सीएलसी का होंगी। इसकी
जानकारी वीडियो कान्फ्रेंस में दी गई है। एक काउंसलिंग और एक सीएलसी होने के बाद
दूसरी सीएलसी में सभी आरक्षित सीटों को अनारक्षित सीटों में स्थानांतरित कर रिक्त
सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके नये
कालेजों की संबद्धता, नये
कोर्स और निरंतरता जारी की जाएगी।
स्थानांतरण में होती समस्या
प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने के बाद विद्यार्थी
अपना कालेज अगले वर्ष बदलकर द्वितीय और तीसरे वर्ष में कालेज और विवि बदल लेते
हैं। इसका कोई भी डाटा विभाग के पास नहीं होता है। इससे कई बार असमजंस की स्थिति
निर्मित हो जाती है। पशोपेश की स्थिति को समाप्त करने के लिए विभाग द्वितीय और
तीसरे वर्ष में भी आनलाइन प्रवेश देने की व्यवस्था कर रहा है।
पीओएस से होगी फीस जमा
पिछले
दो सालों में पांच-पांच लाख से ज्यादा संख्या में विद्यार्थियों के प्रवेश हुए
हैं। इससे यूजी के द्वितीय और तृतीय व पीजी के द्वितीय वर्ष में लाखों विद्यार्थी
प्रवेशरत हैं। ये विद्यार्थी आफलाइन प्रवेश लेते हैं। कालेजों में आनलाइन फीस जमा
करने पीओएस मशीनें लगी हुई हैं। यूजी के द्वितीय और तीसरे वर्ष तथा पीजी के
द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी डेविड कार्ड या आनलाइन बैकिंग से फीस जमा कराकर प्रवेश
ले पाएंगे। इससे उन्हें एमपीआनलाइन के कियोस्क तक जाने की जरुरत तक नहीं होगी।
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