रायपुर । मुख्यमंत्री ने बलौदाबाजार जिले के
ग्राम बिटकुली में आयोजित छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के सम्मेलन में
अपना यह वायदा फिर दोहराया कि किसानों का धान हर हाल में 2500 रूपए प्रति क्विंटल
के हिसाब से खरीदा जायेगा। इसके लिए कोई हमें सहयोग करें अथवा ना करें लेकिन हम
किसानों से किया हुआ वायदा जरूर निभायेंगे। बघेल ने किसानों और ग्रामीणों की मांग
पर सुहेला उप तहसील का दर्जा बढ़ाकर पूर्ण तहसील बनाने की घोषणा की। उन्होंने बिटकुली
के पूर्व माध्यमिक शाला का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पुलस चावरे के नाम
करने का ऐलान भी किया। मुख्यमंत्री बिटकुली में छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रीय
समाज के अंतर्गत अर्जुनी राज के 74वें सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल
हुये। अध्यक्षता छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रीय समाज के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.
रामकुमार सिरमौर ने की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कुर्मी समाज की वैवाहिक पत्रिका
‘परिणय पुष्प’ के ग्यारहवें अंक का विमोचन भी किया।
राज्यसभा सांसदमती छाया वर्मा, पूर्व विधायक जनकराम वर्मा एवंमती लक्ष्मी
बघेल, जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्षमती शारदा वर्मा, जिला
पंचायत सदस्यमती सीमा वर्मा, अर्जुनी राज कुर्मी समाज के अध्यक्ष
भुवनेश्वर वर्मा सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में कुर्मी क्षत्रीय
समाज के महापुरूषों- डॉ. खूबचंद बघेल, स्वामी आत्मानंद, वीर
शिवाजी, वल्लभभाई पटेल और हेमनाथ वर्मा के छायाचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित
कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री का बिटकुली कुर्मी समाज के लोगों ने लड्डुओं से
तौलकर अभिनंदन किया। भूपेश बघेल ने सम्मेलन में आदर्श विवाह करने वाले दो जोड़ों
को आशीर्वाद भी दिया। विवाह योग्य युवक-युवतियों ने मंच पर आकर अपना परिचय भी
दिये। मुख्यमंत्री ने प्रतिभाशाली लोगों का समाज की ओर से सम्मान भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ को मजबूती प्रदान करने के लिए कुपोषण जैसी कलंक
को दूर करना होगा। माताओं और बच्चों की खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा। हमारी
सरकार ने इसे समूल नष्ट करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान चालू किया है।
उन्होंने कहा कि असली छत्तीसगढि़या लोगों का राज अब आया है। मुख्यमंत्री निवास में
भी अब आम लोगों का त्योहार-हरेली, तीजा, गोवर्धन पूजा,
माता
कर्मा की गुंज होने लगी है। छत्तीसगढ़ का बेटा डॉ. नरेन्द्र वर्मा के लिखे गीत ‘अरपा,
पैरी
के धार...’ को हमने राजगीत बना दिया है। इसे अब हरेक
सरकारी आयोजनों में गाया जायेगा।
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