नई दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी को लेकर दिए गए विवादित बयान पर मांफी मांग ली है। अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में अपनी टिप्पणी पर कहा कि यह गलतफहमी है, मैंने 'नाली' नहीं कहा, अगर पीएम इससे नाराज हैं तो मुझे खेद है।
मेरा उन्हें चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। अगर पीएम इससे आहत हैं तो मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से माफी मांगूंगा। मेरा हिंदी अच्छी नहीं है, 'नाली' से मेरा मतलब चैनल से है।
उन्होंने इस बयान पर सफाई देते हुए यह भी कहा कि भाजपा के एक सांसद ने पीएम मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से उनके नामों में समानता के कारण की और उन्हें समान बताया।
यह बंगाल की भावनाओं को आहत करता है। इसलिए मैंने कहा 'तुम मुझे उकसा रहे हो, अगर आप ऐसा बोलेंगे तो मैं कहूंगा कि आप गंगा की तुलना नाली से कर रहे हो।'इससे पहले उन्होंने कहा कि 'कहां गंगा मां और कहां गंदी नाली, दोनों की तुलना ठीक नहीं है।
दरअसल भाजपा ने लोकसभा में पहले ये आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने तो एक समय में 'इंदिरा इज इंडिया' जैसा मौहाल बना दिया था। इसका जवाब देते हुए चौधरी मर्यादा ही लांघ दी और पीएम मोदी के लिए 'गंदी नाली' जैसे गंदे शब्द का इस्तेमाल किया।
उन्होंने इंदिरा गांधी को मां गंगा की तरह और पीएम मोदी को गंदी नाली की तरह बताया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 'हमारा और मुंह मत खुलवाओ।' हालांकि, उनका यह बयान रिकॉर्ड में नहीं गया।
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उन्होंने भाजपा सरकार और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक बड़े सेल्समैन हैं। इस वजह से भाजपा वापस सरकार बनाने में कामयाब रही और कांग्रेस अपने प्रोडक्ट को बेचने में नाकाम रही।
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