पुलवामा पर भारत की चौतरफा कूटनीतिक घेराबंदी के बाद पाकिस्तान अब दुनिया के सामने गिड़गिड़ाने लगा है, सफाई देते फिर रहा है।
2002 से प्रतिबंधित जैश के खिलाफ पाकिस्तान कार्रवाई करने का दावा भी कर रहा है, जबकि सच्चाई सबके सामने है। जैश सरगना मसूद अजहर न सिर्फ पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह लिए है, बल्कि वह खुलेआम घूमता है, रैलियां करता है और भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है।
भारत ने शुक्रवार को नई दिल्ली में पी 5 के सदस्यों अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस समेत 25 देशों के राजदूतों को पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान के शामिल होने के ठोस सुबूत दिए थे। भारत ने बताया था कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपनी सरकारी नीति का हिस्सा बना लिया है।
पाकिस्तान ने अफ्रीकी और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के देशों के राजदूतों के सामने पुलवामा हमले के बाद पैदा हुए हालात पर अपनी सफाई दी।
पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसले ने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा विभिन्न देशों को इस मसले पर जानकारी देना जारी रहेगा। विदेश सचिव तहमीन जंजुआ ने इन राजदूतों के सामने अपने देश का पक्ष रखा।
फैसले ने भारत के आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा कि पड़ोसी देश के आक्रामक रवैये से क्षेत्रीय शांति को खतरा पैदा हो गया है। जबकि, तहमीन ने राजदूतों से कहा कि भारत इस तरह की घटनाओं के बाद बिना किसी जांच के ही पाकिस्तान पर आरोप लगाता रहता है।
एससीओ में रूस, चीन, किरजिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसमें शामिल हुए थे।
0 comments:
Post a Comment