हिंदू धर्म में हर दिन का अपना एक अलग और खास महत्व होता है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। ऐसी मान्यता है की भगवान गणेश की पूजा के बिना कोई भी शुभ काम शुरू नहीं किया जाता।
वहीं, कुछ काम ऐसे भी है जो इस दिन वर्जित माने जाते हैं। कहा जाता है बुधवार को न तो यात्रा करनी चाहिए और न ही बेटियों को अपने ससुराल जाना चाहिए। हमारे ज्योतिष के अनुसार चंद्र यात्रा का कारक होता है और आय या बिजनेस के लिए जिम्मेदार बुध होता है।
बुध चंद्र को अपना शत्रु भी मानता है इसलिए बुधवार के दिन किसी भी तरह की यात्रा करने पर नुकसान होता है। मान्यतानुसार इस दिन अनिष्ट और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। बुध के कमजोर होने पर अनिष्ट की संभावनाएं भी बढ़ जाती है इसलिए शास्त्रों के अनुसार ऐहतियात के तौर पर बुधवार को बेटियों को ससुराल नहीं भेजे जाने की बात कही गई है।
मान्यता है कि, बुधवार के दिन बेटी को विदा करने से बेटी का जीवन अत्यंत दुखदायी बना रहता है। अगर बेटी की बुध ग्रह की दशा खराब हो तो आपको ऐसी गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा भी बुधवार के दिन पान न खाने, दूध को जलाने जैसे काम, छोटी कन्याओं का सम्मान, किन्नर को भेंट, पुरुषों को ससुराल जाने से बचना, साली, बुआ, विवाहित बहन और बेटी को भी घर पर निमंत्रण नहीं देना चाहिए।
'बुध' ग्रह 'चंद्र' का शत्रु है। ज्योतिष में चंद्र को यात्रा का कारक माना गया है और बुध को लाभ का। इसलिए इन ग्रहों का असर भी कई बार वयक्ति के जीवन पर दिखाई देता है। बुधवार के दिन किसी भी तरह की यात्रा करना हानिकारक माना गया है।
यदि बुध खराब हो तो दुर्घटना या किसी तरह की अनिष्ट घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। बुधवार के दिन बेटी को विदा करने से रास्ते में किसी प्रकार की दुर्घटना होने की संभावना रहती है। इतना ही नहीं, आपकी बेटी का अपने ससुराल से संबंध भी बिगड़ सकता है।
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