नई दिल्ली : भारत और अमेरिका के बीच गुरुवार से पहली 2+2 वार्ता शुरू हो चुकी है. नई दिल्ली में होने वाली इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओऔर रक्षा मंत्री जिम मैटिस बुधवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे.
दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनका स्वागत किया. अब तक दो बार स्थगित हो चुकी यह वार्ता कई मायनों में खास है.
वार्ता के लिए भारत अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में अमेरिकी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल जोसेफ डनफोर्ड भी शामिल हैं.
इस वार्ता का लक्ष्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाना, रूस के साथ भारत के रक्षा संबंधों और ईरान से कच्चे तेल के आयात के मुद्दे पर मतभेद को सुलझाना.
प्रतिनिधिमंडल स्तरीय ‘टू प्लस टू’ वार्ता से पहले विदेश मंत्रियों स्वराज और पोम्पिओ के बीच जबकि रक्षा मंत्रियों सीतारमण और मैटिस के बीच द्विपक्षीय यात्रा होगी.
माइक पोम्पिओ के एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, गर्मजोशी और मित्रवत संबंधों को दर्शाने वाली विशेष भावनाओं के तहत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ का उनके पहले भारत दौरे पर हवाईअड्डे पर स्वागत किया.
भारत और अमेरिका के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच ‘टू प्लस टू’ बैठक से पहले उनके वरिष्ठ व्यापार नीति निर्माताओं के बीच बुधवार को जमकर बहस हुई. दोनों पक्षों ने सीमापार व्यापार को लेकर अपनी स्थिति का बचाव किया.
भारत के वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन ने कम संरक्षणवाद पर जोर देते हुए कहा कि हमें व्यापार घाटे से आगे बढ़कर मौजूदा आर्थिक ताकत के आधार पर शुल्क तय करने चाहिए.
अमेरिका के वाणिज्य उप मंत्री अंतरराष्ट्रीय व्यापार गिल्बर्ट कपलान ने दावा किया कि बुनियादी रूप से देखा जाए तो उसकी व्यापार नीतियों में बदलाव नहीं आया है. उन्होंने परस्पर आदान प्रदान पर जोर देते हुए कहा कि इसकी कमी की वजह से ऐसे फैसले होते हैं जो प्रतिकूल होते हैं.
0 comments:
Post a Comment