नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान के मिल्ली मुस्लिम लीग (लश्कर ए तैयबा का उपनाम) को अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकवादी संगठन करार दिए जाने का मंगलवार को स्वागत किया.
भारत ने कहा कि यह फैसला दिखाता है कि आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों को मुख्य धारा में शामिल करने की पाकिस्तान की कोशिशों को खारिज कर दिया गया है.
अमेरिका के कदम पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को आतंकवादी संगठन करार दिया जाना यह भी दर्शाता है कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकवादी पनाहगाहों को ध्वस्त करने में विफल रहा है तथा भारत के इस रुख की पुष्टि करता है कि पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठनों एवं आतंकवादियों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की है.
मंत्रालय ने कहा, इसमें इस तथ्य को भी ध्यान में रखा गया है कि आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों को अपना नाम बदलकर पाकिस्तान की जमीन पर मुक्त रूप से काम करने की अनुमति है.
विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा के उपनाम मिल्ली मुस्लिम लीग और उसके कार्यकर्ताओं, जो लश्कर ए तैयबा की ओर से काम कर रहे हैं, को (विदेशी आतंकवादी संगठन) करार देने के लिए उठाए गए कदम का स्वागत करता है.
अमेरिका ने तहरीक ए आजादी-ए-कश्मीर (टीएजेके) को भी आतंकवादी संगठनों की सूची में डाला है. टीएजेके लश्कर से जुड़ा बताया जाता है. ट्रंप प्रशासन का मानना है कि टीजेएके पाकिस्तान में निर्बाध रुप से अपना काम करता है.
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