नई दिल्ली : भारत में बीते साल जोर-शोर से लागू किए गए जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को वर्ल्ड बैंक ने सबसे ज्यादा जटिल करार दिया है।
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट कहती है कि भारत में जीएसटी का फॉर्म सबसे मुश्किल है और इसकी टैक्स दरें दुनिया में दूसरी सबसे ऊंची हैं। विश्व बैंक की बुधवार को जारी रिपोर्ट में भारत में लागू जीएसटी को पाकिस्तान और घाना की श्रेणी में रखा गया है।
दुनिया के 49 देशों में जीएसटी के तहत एक और 28 देशों में दो स्लैब हैं। भारत समेत पांच देशों में जाएसटी के पांच स्लैब हैं।
भारत के अलावा इसमें इटली, लैकजम्बर्ग, पाकिस्तान और घाना शामिल हैं। भारत सरकार ने बीते साल 1 जुलाई को लागू किए जीएसटी ढांचे में पांच स्लैब (0, 5, 12, 18 और 28 फीसदी) बनाए गए।
विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में टैक्स रेट कम करने के साथ ही कानूनी प्रावधानों और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की सलाह दी है। रिपोर्ट में कर प्रणाली के प्रावधानों को अमल में लाने पर होने वाले खर्च को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
बीते साल मोदी सरकार के जीएसटी को अमल में लाने के बाद से ही ये कर प्रणाली पर लगातार सवाल उठते रहे हैं, विपक्ष के साथ-साथ अर्थव्यवस्था के जानकार भी इसे बिना तैयारी के लागू करने की बात कहते रहे हैं।
इसमें वित्तमंत्री अरुण जेटली कई मर्तबा बदलाव की बात कह चुके हैं। जेटली 12 और 18 फीसदी वाले स्लैब को एक करने की बात भी कह चुके हैं।
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