यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन मंगलवार को 1,80,826 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी। ऐसा माना जा रहा है कि नकल विहीन परीक्षा के लिए सरकार की सख्ती की वजह से बड़ी संख्या में परीक्षार्थी पेपर देने नहीं पहुंचे।
पहले दिन सुबह 7.30 से 10.45 बजे की पाली में हाईस्कूल गृह विज्ञान और इंटर साहित्यिक हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र जबकि दोपजर 2 से 5.15 बजे की दूसरी पाली में इंटर सामान्य हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा थी।
पिछले साल पहले दिन 1.62 लाख छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ी थी। इंटर हिन्दी अनिवार्य विषय होने के कारण पंजीकृत सभी 2981327 अभ्यर्थियों को सम्मिलित होना था लेकिन इनमें से 127726 (4.28 प्रतिशत) पेपर देने नहीं पहुंचे।
केंद्र व्यवस्थापकों से बोर्ड को मिली ऑनलाइन सूचना के मुताबिक हाईस्कूल गृह विज्ञान में पंजीकृत 963510 परीक्षार्थियों में से 53100 (5.51 फीसदी) छात्र-छात्राएं पेपर देने नहीं पहुंचे।
हाईस्कूल में वैकल्पिक विषय होने के कारण पेपर छोड़ने वालों की संख्या कम रही। माना जा रहा है कि बुधवार को हाईस्कूल हिन्दी के अनिवार्य पेपर में यह संख्या बढ़ेगी।
हरदोई में सर्वाधिक 11141 परीक्षाथियों ने परीक्षा छोड़ी है। हरदोई में ही पेपर का बंडल गायब हुआ था जिसके कारण बोर्ड को परीक्षा से ठीक पहले 13 जिलों के छह विषयों के पेपर बदलने पड़े थे।
जिन पांच जिलों में सर्वाधिक बच्चों ने परीक्षा छोड़ी है उनमें पूर्वांचल के आजमगढ़, जौनपुर और गोंडा शामिल हैं। शामली से सबसे कम 320 बच्चों के पेपर छोड़ने की सूचना मिली है। इनमें हाईस्कूल के 118 और इंटर के 202 परीक्षार्थी शामिल हैं।
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