टीम इंडिया में 'सर' के नाम से चर्चित रवींद्र जडेजा ने मोहाली टेस्ट में सोमवार को बल्ले से भी कमाल किया. आप उनके बल्ले की खामोशी को इसे से समझ सकते हैं कि उन्होंने टीम इंडिया की ओर से इससे पहले 22 टेस्ट मैच खेले हैं और महज दो फिफ्टी ही लगा पाए थे.
ऐसे में उन्होंने जब मोहाली में करियर की तीसरी फिफ्टी और करियर का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर (90 रन) बनाया, तो जश्न तो बनता ही था और उन्होंने कुछ ऐसा ही किया.
उनके इस अंदाज को देखकर कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली भी हंसने को मजबूर हो गए.
वैसे भी दोनों के लिए जडेजा की यह पारी राहत लेकर आई, क्योंकि इसी वजह से टीम इंडिया की बढ़त उनके आउट होने के समय 100 के करीब पहुंच गई, जबकि एक समय टीम के पीछे रह जाने का खतरा मंडरा रहा था. बीसीसीआई ने उनके अनूठे जश्न का वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
टीम इंडिया अगर इंग्लैंड पर पहली पारी में बढ़त ले पाई, तो केवल आर अश्विन के 72 रन और रवींद्र जडेजा की फिफ्टी की वजह से. जडेजा ने पहले अश्विन के साथ 97 रनों की साझेदारी करके टीम इंडिया के स्कोर को इंग्लैंड के स्कोर 283 रन के पार पहुंचाया, फिर नवोदित जयंत यदाव के साथ लंच से पहले 50 से अधिक रन जोड़ते हुए टीम इंडिया के 100 ओवर में करियर की तीसरी फिफ्टी पूरी की और बढ़त को 50 के पार पहुंचा दिया.
यह उनके करियर का बेस्ट स्कोर भी रहा. इसके लिए उन्होंने 104 गेंदें खेलीं और 6 चौके व एक छक्का लगाया. फिर क्या था उन्होंने एक बार फिर मैदान पर तलवारबाजी दिखाई.
रवींद्र जडेजा ने मोहाली में फिफ्टी का जश्न पहले दाएं हाथ की कलाई को तलवार के अंदाज में घुमाकर मनाया, फिर बल्ले को तलवार की तरह भांजने लगे.
वैसे भी तलवारबाजी के शौकीन रवींद्र जडेजा इसका प्रदर्शन करने से कहीं नहीं चूकते. फिर चाहे वह शादी का माहौल हो या क्रिकेट के मैदान पर रन बनाने का जश्न. हां, यह बात अलग है कि मैदान पर उनका बल्ला ही तलवार बन जाता है.
ऐसे में उन्होंने जब मोहाली में करियर की तीसरी फिफ्टी और करियर का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर (90 रन) बनाया, तो जश्न तो बनता ही था और उन्होंने कुछ ऐसा ही किया.
उनके इस अंदाज को देखकर कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली भी हंसने को मजबूर हो गए.
वैसे भी दोनों के लिए जडेजा की यह पारी राहत लेकर आई, क्योंकि इसी वजह से टीम इंडिया की बढ़त उनके आउट होने के समय 100 के करीब पहुंच गई, जबकि एक समय टीम के पीछे रह जाने का खतरा मंडरा रहा था. बीसीसीआई ने उनके अनूठे जश्न का वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
टीम इंडिया अगर इंग्लैंड पर पहली पारी में बढ़त ले पाई, तो केवल आर अश्विन के 72 रन और रवींद्र जडेजा की फिफ्टी की वजह से. जडेजा ने पहले अश्विन के साथ 97 रनों की साझेदारी करके टीम इंडिया के स्कोर को इंग्लैंड के स्कोर 283 रन के पार पहुंचाया, फिर नवोदित जयंत यदाव के साथ लंच से पहले 50 से अधिक रन जोड़ते हुए टीम इंडिया के 100 ओवर में करियर की तीसरी फिफ्टी पूरी की और बढ़त को 50 के पार पहुंचा दिया.
यह उनके करियर का बेस्ट स्कोर भी रहा. इसके लिए उन्होंने 104 गेंदें खेलीं और 6 चौके व एक छक्का लगाया. फिर क्या था उन्होंने एक बार फिर मैदान पर तलवारबाजी दिखाई.
रवींद्र जडेजा ने मोहाली में फिफ्टी का जश्न पहले दाएं हाथ की कलाई को तलवार के अंदाज में घुमाकर मनाया, फिर बल्ले को तलवार की तरह भांजने लगे.
वैसे भी तलवारबाजी के शौकीन रवींद्र जडेजा इसका प्रदर्शन करने से कहीं नहीं चूकते. फिर चाहे वह शादी का माहौल हो या क्रिकेट के मैदान पर रन बनाने का जश्न. हां, यह बात अलग है कि मैदान पर उनका बल्ला ही तलवार बन जाता है.
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