भारत के दुश्मन पाकिस्तान के सबसे करीबी चीन को कूटनीतिक तौर पर घेरने का खाका भारत ने तैयार कर लिया है. पीएम मोदी अपनी विदेश नीति की बिसात पर ऐसी चालें चल रहे हैं जिससे ड्रैगन की नींद उड़ गई है.
चीन आए दिन पाकिस्तान के सहारे भारत को परेशान करने की चालें चलता रहा है लेकिन अब बाजी पलटती दिख रही है पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में बलूचिस्तान और पीओके का जिक्र करते हुए एक तीर से दो निशाने साधे.
पीएम ने पिछले 7 दशकों से पाकिस्तानी सेना के जुल्म सह रही बलूच और पीओके की जनता के जख्मों पर मरहम लगाया तो पाकिस्तान बौखला गया.
पाकिस्तान के सबसे बड़े हमदर्द चीन को भी मिर्ची लग गई है. चीन की सरकारी मीडिया ने यहां तक कह दिया है कि पीएम मोदी अपना आपा खो बैठे हैं.
इसके अलावा भारत वियतनाम और म्यांमार के रास्ते दक्षिण-पूर्व एशिया में प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
चीन के एक थिंक टैंक ने भारत को चेतावनी दी है. उसने कहा कि यदि भारत बलूचिस्तान में 46 अरब डॉलर की लागत से बन रहे चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को बाधित करेगा तो चीन कार्रवाई से गुरेज नहीं करेगा.
चीन के समकालीन अंतरराष्ट्रीय संबंध संस्थान के निदेशक हू शीशेंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बलूचिस्तान का जिक्र, चीन और इसके विद्वानों की 'ताजा चिंता' है. भारत का अमेरिका से बढ़ता सैन्य संबंध और दक्षिण चीन सागर पर रवैया चीन के लिए खतरे की घंटी के समान है..
पाकिस्तान में गिलगित, बलूचिस्तान और पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ उठी विद्रोह की आग अब सिंध प्रांत में भी पहुंच गई है. सोमवार को सिंध के मीरपुर खास में आजादी के नारे गूंजे और अलग सिंधु देश की मांग उठी. आपको बता दें कि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू सिंध प्रांत में रहते हैं.
चीन आए दिन पाकिस्तान के सहारे भारत को परेशान करने की चालें चलता रहा है लेकिन अब बाजी पलटती दिख रही है पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में बलूचिस्तान और पीओके का जिक्र करते हुए एक तीर से दो निशाने साधे.
पीएम ने पिछले 7 दशकों से पाकिस्तानी सेना के जुल्म सह रही बलूच और पीओके की जनता के जख्मों पर मरहम लगाया तो पाकिस्तान बौखला गया.
पाकिस्तान के सबसे बड़े हमदर्द चीन को भी मिर्ची लग गई है. चीन की सरकारी मीडिया ने यहां तक कह दिया है कि पीएम मोदी अपना आपा खो बैठे हैं.
इसके अलावा भारत वियतनाम और म्यांमार के रास्ते दक्षिण-पूर्व एशिया में प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
चीन के समकालीन अंतरराष्ट्रीय संबंध संस्थान के निदेशक हू शीशेंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बलूचिस्तान का जिक्र, चीन और इसके विद्वानों की 'ताजा चिंता' है. भारत का अमेरिका से बढ़ता सैन्य संबंध और दक्षिण चीन सागर पर रवैया चीन के लिए खतरे की घंटी के समान है..
पाकिस्तान में गिलगित, बलूचिस्तान और पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ उठी विद्रोह की आग अब सिंध प्रांत में भी पहुंच गई है. सोमवार को सिंध के मीरपुर खास में आजादी के नारे गूंजे और अलग सिंधु देश की मांग उठी. आपको बता दें कि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा हिंदू सिंध प्रांत में रहते हैं.
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