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कश्मीर पर एक हुए 57 मुस्लिम देश, भारत ने PAK से कहा- अब हमारे सब्र का इम्तिहान न लें

नई दिल्ली.   मुस्लिम देशों के संगठन ‘ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन’ ने कहा है कि कश्मीर भारत का इंटरनल मैटर नहीं है।

 57 मुस्लिम देशों के इस संगठन के जनरल सेक्रेटरी इयाद मदनी ने शनिवार को नवाज शरीफ के फॉरेन अफेयर्स एडवाइजर सरताज अजीज से बातचीत के बाद कहा कि इंटरनेशनल कम्युनिटी को कश्मीर के मामले में दखल देना चाहिए।

 इधर, इंडियन होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को अपनी हरकतों से बाज आने की वॉर्निंग दी है। दरअसल, नरेंद्र मोदी के बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने से पाकिस्तान परेशान है और अब मुस्लिम देशों से समर्थन मांग रहा है। 
 इस्लामाबाद में अजीज से मुलाकात के बाद मदनी ने कहा- कश्मीर में हालात सुधरने के बजाए हर रोज बिगड़ते जा रहे हैं। ये जारी नहीं रहना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि कश्मीर के बिगड़ते हालात को देखते हुए वहां रेफरेंडम होना चाहिए। भारत की तरफ इशारा करते हुए मदनी ने कहा- आखिर कोई वहां रेफरेंडम से डर क्यों रहा है? बता दें कि भारत अब तक कश्मीर में किसी भी रेफरेंडम की बात को नकारता रहा है। 

मदनी ने कहा कि रेफरेंडम ही एक रास्ता है जिससे इस इलाके में शांति और स्थिरता आ सकती है। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड नेशंस के प्रपोजल्स के मुताबिक कश्मीर समस्या का हल खोजा जाना चाहिए। मदनी ने कश्मीर मे ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन का मुद्दा भी उठाया।

 होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने शनिवार को पाकिस्तान को कश्मीर में अस्थिरता फैलाने से बाज आने की चेतावनी दी है। उन्होंने पड़ोसी मुल्क से दो टूक कहा कि भारत के सब्र का इम्तिहान ले, नहीं तो बड़ी कीमत चुकानी पड़ जाएगी।


उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमान देश की हिफाजत के लिए अपने लहू की आखिरी बूंद तक बहा देगा। यह बात पड़ोसी वक्त रहते समझ ले।


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