बिलापसुर। दो साल बाद ही सही सांसद आदर्श ग्राम हथनीकला को जिला प्रशासन ने खुले में शौच मुक्त(ओडीएफ) घोषित कर दिया है।
साथ ही सरपंच संतू सिंह राजपूत ने गांव में ऐलान करा दिया है कि कोई भी व्यक्ति खुले में शौच नहीं जाएगा।
खुले में शौच करने जाने वालों को पकड़ने पर पांच हजार इनाम की घोषणा भी कर दी है।
केंद्र सरकार की योजना के तहत बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद लखनलाल साहू ने ग्राम हथनीकला को आदर्श ग्राम के रूप में चयन किया था।
आदर्श ग्राम के रूप में चिन्हांकित करने के बाद गांव में चौतरफा विकास कार्य का दावा भी किया गया था। केंद्र सरकार के निर्देशों व गाइड लाइन के अनुसार आदर्श ग्राम के विकास के लिए दो वर्ष की कार्ययोजना बनाई गई थी।
विकास कार्य के तहत गांव मेें आधारभूत संरचनाओं का विकास को फोकस किया गया था।
इसी बीच केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरी व ग्रामीण इलाकों को खुले में शौच मुक्त करने की योजना लांच कर दी। आदर्श ग्राम में स्वच्छ भारत मिशन के बैनर तले शौचालय बनाने बीपीएल परिवार का सर्वे किया गया।
इस दौरान गांव में 508 परिवार ऐसे मिले जिनके घर शौचालय नहीं थे। शौचालय न होने के कारण परिवार के सदस्यों को खुले में शौच जाने की मजबूरी थी।
लिहाजा ग्राम पंचायत की बैठक में सभी 508 बीपीएल परिवार के घरों में शौचालय निर्माण के लिए प्रस्ताव पारित कर हितग्राहियों की सूची जनपद पंचायत व जिला पंचायत के हवाले की गई थी।
वर्तमान में सांसद आदर्श ग्राम पूर्णत: खुले में शौच मुक्त बन गया है। मौका मुआयना के बाद जिला प्रशासन ने आदर्श ग्राम को ओडीएफ घोषित कर दिया है।
आदर्श ग्राम को साफ सुथरा रखने के मद्देनजर ग्रामीणों ने खुद होकर नई व्यवस्था बनाई है। इसके तहत ग्रामीण खुले मैदान व आसपास की निगरानी करते हैं।
लोगों को खुले में शौच न करने की समझाइश भी देते हैं। शाम के वक्त खाली समय में गांव की गुड़ी व चौपाल में लोगों के बीच इस संबंध में खुलकर चर्चा भी करते हैं।
0 comments:
Post a Comment