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5 राज्यों में दो दिन बाद से शुरू होगी ताजपोशी, ममता 27 मई को लेंगी CM पद की शपथ, असम में BJP

नई दिल्ली.  5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को आए। इनमें दो सरप्राइजिंग फैक्टर रहे। पहला- बीजेपी को नॉर्थ-ईस्ट में पहली जीत मिल गई। उसने असम में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया।

  तमिलनाडु में जयललिता ने लगातार दो चुनाव जीत कर वह कर दिखाया जो 32 साल पहले एमजीआर ने किया था। बंगाल में ममता की सत्ता कायम रही। वहीं, केरल में कांग्रेस लेफ्ट से हार गई। यहां बीजेपी को पहली बार एक सीट मिली है।
 बंगाल में हिंसा की खबरें आ रही हैं। आसनसोल में टीएमसी वर्कर्स ने सीपीएम के ऑफिस में आग लगा दी।असम में बीजेपी की पहली जीत के बाद मोदी गुरुवार शाम पार्टी हेडक्वॉर्टर पहुंचे। मोदी ने कहा,असम में बीजेपी की सरकार बनना कई लोगों के लिए वैसा ही आश्चर्य है, जैसा कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी सरकार में हिस्सेदार है।

बीजेपी तेज गति से हिंदुस्तान के सभी भू-भाग पर जनस्वीकृति प्राप्त कर रही है, इसे मैं लोकतंत्र के लिए उत्तम नजरिया मानता हूं।  मुस्लिम बहुल आबादी वाले राज्य असम में सरकार बनाने की उपलब्धि को बीजेपी लंबे वक्त तक भुना सकेगी।
 असम के बाद उसके पास 10 राज्य हो जाएंगे। 

बीजेपी की अभी हरियाणा, गोवा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में सरकार है। पंजाब, आंध्र, जम्मू-कश्मीर में गठबंधन है। अरुणाचल में वह बाहर से सपोर्ट दे रही है। असम उसका 13th राज्य होगा। 43.1 फीसदी आबादी वाले राज्यों में उसकी सरकार होगी।

 कांग्रेस के पास 15.58% आबादी वाले 8 राज्य बचे हैं। ये हैं हिमाचल, उत्तराखंड, कर्नाटक, मेघालय, असम, मिजोरम, मणिपुर और कर्नाटक। अन्य दल 41.16% आबादी वाले राज्यों में सरकार चला रहे हैं।यहां जयललिता ने वह कर दिखाया जो 32 साल पहले एमजी रामचंद्रन ने किया था।

 एमजीआर लगातार तीन बार तमिलनाडु के सीएम रहे थे। उनके बाद तमिलनाडु में कोई भी पार्टी लगातार दो बार सत्ता में नहीं आई। सबसे बड़ी बात जयललिता की यह अपील काम कर गई कि 'मैं आपकी मां हूं और सिर्फ मां ही अपने बच्चों का दर्द समझ सकती है।ब्रांड अम्मा के जरिए जयललिता ने अपने नाम पर कई स्कीम शुरू कीं। इनमें अम्मा कैंटीन से लेकर अम्मा पानी और अम्मा नमक तक शामिल है। 

इसकी वजह से एक आदमी करीब 20 रुपए में तीन वक्त खाना खा सकता है।2011 में 34 साल बाद लेफ्ट को राज्य से उखाड़ फेंकने वाली ममता बनर्जी ने अपनी सत्ता कायम रखी। 200 से ज्यादा सीटें लाकर उन्होंने सभी विरोधियों को पीछे छोड़ दिया।
मां, माटी और मानुष के नारे के साथ आईं ममता का इस बार नारा था 'ठंडा-ठंडा कूल-कूल-घोरे-घोरे तृणमूल' यानी ठंडा-ठंडा कूल-कूल, घर-घर में तृणमूल। शारदा, नारदा स्टिंग जैसे ऑपरेशन के कारण करप्शन का मुद्दा अपोजिशन ने उठाने की कोशिश की। पर जनता ने दीदी पर भरोसा किया।

केरल में एक बार लेफ्ट और एक बार कांग्रेस की सरकार बनने की परंपरा कायम रही। सोलर स्कैम जैसे भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे चांडी अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए। दिलचस्प बात यह कि यहां 93 साल के अच्युतांदन लेफ्ट में खासे एक्टिव हैं। हालांकि, उनके साथ पिनारायी विजयन भी सीएम की कुर्सी के दावेदार हैं।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, देशभर में लोगों का बीजेपी पर विश्वास बढ़ रहा है। लोग इसे ऐसी पार्टी के तौर पर देख रहे हैं जो चौतरफा और समावेशी विकास कर सकती है।

राहुल ने कहा- मैं चुनाव जीतने वाले दलों को शुभकामनाएं देता हूं। हम तब तक कड़ी मेहनत करेंगे, जब तक कि लोगों का विश्वास और भरोसा नहीं जीत जाते।

ममता- हम रीजनल पार्टी हैं, लेकिन दिल्ली से कोलकाता तक साजिश की गई। पर अर्जुन ने जैसे तय कर लिया था, वैसे ही मेरा निशाना कुछ और ही था।

जयललिता ने कहा,यह जनता की जीत है। लोगों को धन्यवाद देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। अपोजिशन का अलायंस था और मेरा जनता के साथ।
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