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Kolkata : IVRCL के 3 अधिकारी गिरफ्तार, आज होगी पेशी, कंपनी 2 राज्यों में है ब्लैकलिस्टेड

कोलकाता.   कोलकाता के भीड़भाड़ वाले इलाके में गुरुवार को एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने की घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को   हैदराबाद की कंस्ट्रक्शन कंपनी आईवीआरसीएल के तीन शीर्ष अधिकारियों को गिरफ्तार करके उन पर हत्या का आरोप लगाया गया है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या 24 हो गई है।

इससे पहले, दिन में कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि कुछ इंजीनियरों, प्रबंधकों और उपाध्यक्ष सहित फ्लाईओवर निर्माता कंपनी आईवीआरसीएल के 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस ने सहायक महाप्रबंधक मल्लिकार्जुन, सहायक प्रबंधक देवज्योति मंजुमदार और स्ट्रक्चर प्रबंधक प्रदीप कुमार साहा को भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 307, और 120 बी तथा अन्य के तहत गिरफ्तार किया है। इन लोगों को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

 अधिकारी ने बताया कि कंपनी के अन्य सातों अधिकारी हिरासत में हैं और IVRCL के शीर्ष अधिकारियों से मिलने के लिए कोलकाता पुलिस का एक दल रवाना हो गया है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण के दो इंजीनियर को निलंबित कर दिया। 

यहां के बड़ा बाजार इलाके में हुए फ्लाईओवर हादसे पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। ब्रिज बना रही कंपनी ने कहा कि घटना के पीछे बम ब्लास्ट कारण हो सकता है। इस एंगल की भी जांच होनी चाहिए। गुरुवार को इनकी ओर से कहा गया था कि यह 'भगवान की मर्जी' थी।

 इस बीच ये बात सामने आई है कि हैदराबाद बेस ये कंपनी आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में सालों पहले से ब्लैक लिस्टेड है। हादसे में मरने वालों का आंकड़ा 26 हो गया है। फ्लाईओवर बना रही हैदराबाद बेस कंपनी IVRCL अपने ही राज्य आंंध्र प्रदेश में 2009 में बैन कर दी गई थी।

 कंपनी को स्टेट लेबर डिपार्टमेंट की रेकमेंडेशन पर अगस्त 2009 में ब्लैकलिस्ट में डाल दिया गया था।  फरवरी 2011 में कंपनी को उत्तर प्रदेश जल निगम की रिक्वेस्ट पर यूपी गवर्नमेंट ने भी ब्लैकलिस्ट कर दिया।  IVRCL और SPML नाम की एक और कंपनी पर वॉटर एंड सीवरेज प्रोजेक्ट में घटिया मटेरियल यूज करने का आरोप था।

 अपोजिशन का कहना है कि सरकार इस ब्रिज को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती थी जिसके कारण लापरवाही बड़ी वजह हो सकती है। दरअसल, सीएम ममता बनर्जी ने पिछले साल नबंवर में अनाउंस किया था कि वे फरवरी 2016 में फ्लाईओवर का उद्घाटन करेंगी। बड़ा सवाल है कि क्या असेंबली इलेक्शन से पहले ब्रिज को शुरू कर टीएमसी सरकार वोटिंग में फायदा लेना चाहती थी?

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