कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान एक दूसरे के खिलाफ शिकायतों के दौर के बीच चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के आरोप में मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इस नोटिस पर ममता ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है जिसमें कहा गया है कि राज्य की जनता 19 मई को उससे कारण पूछेंगे।मुख्य चुनाव आयुक्त ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
यह हमारे संज्ञान में लाया गया कि उन्होंने नये जिले आसनसोल के गठन का वादा किया है जिसके बाद उन्हें विस्तृत कारण बनाओ नोटिस जारी किया गया।’उन्होंने कहा कि ममता ने कुछ ऐसी टिप्पणी की हैं जो आचार संहिता का उल्लंघन है। उनका जवाब मिलने के बाद ही भविष्य की कार्रवाई तय की जाएगी।
इस नोटिस पर ममता ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है जिसमें कहा गया है कि राज्य की जनता 19 मई को उससे कारण पूछेंगे।मुख्य चुनाव आयुक्त ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
यह हमारे संज्ञान में लाया गया कि उन्होंने नये जिले आसनसोल के गठन का वादा किया है जिसके बाद उन्हें विस्तृत कारण बनाओ नोटिस जारी किया गया।’उन्होंने कहा कि ममता ने कुछ ऐसी टिप्पणी की हैं जो आचार संहिता का उल्लंघन है। उनका जवाब मिलने के बाद ही भविष्य की कार्रवाई तय की जाएगी।
इस बीच कारण बताओ नोटिस पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ललकारा और कहा कि राज्य के लोग 19 मई को उससे कारण पूछेंगे। 19 मई को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।
उन्होंने सूरी में एक चुनावी रैली में कहा, ‘अभी सुना कि उन्होंने (चुनाव आयोग ने) मुझे कारण बताओ नोटिस जारी किया है क्योंकि मैंने कहा था कि मैं इंच दर इंच देखूंगी। मुझे जो अच्छा लगा मैंने कहा। मैं फिर कहूंगी, हजार बार कहूंगी करोड़ों बार कहूंगी, आपको (आयोग को) जो करना हो कर लीजिए।
इससे पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को नया जिला आसनसोल बनाने एवं उनकी अन्य टिप्पणियों के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ममता ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस इसलिए जारी किया क्योंकि उन्होंने यह टिप्पणी की थी कि वह चुनाव के बाद प्रतिद्वंद्वी पार्टियों से मुकाबला करेंगी।
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