नई दिल्ली : पंजाब के पठानकोट वायुसेना कमान में हुए आतंकवादी हमले के बाद इस्लामाबाद में 15 जनवरी को भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली विदेश सचिव स्तर की वार्ता टल सकती है। इस मुलाकात में दोनों देशों के विदेश सचिव बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए रूपरेखा बनाने वाले हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो पठानकोट में हमले के बाद भारत इस्लामाबाद में होने वाली विदेश सचिव स्तरीय वार्ता के संबंध में ‘विकल्पों पर विचार’ कर रहा है
विदेश सचिव एस जयशंकर का 14 जनवरी को इस्लामाबाद की यात्रा करने का कार्यक्रम है ताकि वह वहां पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी से चर्चा करके हाल में घोषित ‘व्यापक द्विपक्षीय वार्ता’ के तहत बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए रूपरेखा तय कर सकें।
विदेश सचिव एस जयशंकर का 14 जनवरी को इस्लामाबाद की यात्रा करने का कार्यक्रम है ताकि वह वहां पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी से चर्चा करके हाल में घोषित ‘व्यापक द्विपक्षीय वार्ता’ के तहत बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए रूपरेखा तय कर सकें।
यद्यपि आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को कहा कि सरकार इस्लामाबाद बैठक के संबंध में ‘विकल्पों पर विचार’ कर रही है।
ऐसी अटकल है कि वार्ता टाली जा सकती है और दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुलाकात करके पठानकोट आतंकवादी हमले से उत्पन्न होने वाली स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं। संदेह है कि यह हमला पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया है।तड़के हुए एक हमले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने पठानकोट वायुसेना ठिकाने पर हमला किया। आतंकवादियों के इस समूह के आतंकवादी संगठन जैशे मोहम्मद के होने का संदेह है।
वार्ता बहाली की प्रक्रिया तब सक्रिय हुई थी जब भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों ने पेरिस में 30 नवम्बर को जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के इतर एक मुलाकात की।
इस बैठक के बाद भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने एक सप्ताह बाद बैंकाक में एक बैठक की। इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हार्ट आफ एशिया कान्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान की यात्रा की जिस दौरान दोनों पक्षों ने ‘व्यापक द्विपक्षीय वार्ता’ के तहत वार्ता बहाल करने की घोषणा की।
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