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लालू ने किस हैसियत से आईजीआईएमएस का निरीक्षण किया : सुशील मोदी

पटना.तेजप्रताप यादव बिहार के स्वास्थ मंत्री हैं। उनके पिता लालू यादव विभाग के कामकाज के प्रति तेजप्रताप यादव से  ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने फोन कर कहा कि ममता कार्यकर्ताओं को क्यों हटाया गया है, उन्हें वापस काम पर रख लिया जाए। फोन पर मिले आदेश के अनुसार सिविल सर्जन ने डीएमसीएच के सुप्रिटेंडेंट को लेटर लिखा, जिसमें कहा गया है कि जो कार्रवाई हो रही है बताया जाए, जिससे लालू प्रसाद को अवगत करा सकूं।

पत्र में सिविल सर्जन ने लिखा है कि लालू प्रसाद ने खुद फोन कर ममता को रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने पूछा था कि अस्पतालों में काम करने वाली ममता को क्यों हटाया गया। हटाई गई ममता कार्यकर्ताओं को फिर से काम पर रखा जाए। 
 सिविल सर्जन ने विभागीय लेटर की प्रतिलिपि लालू प्रसाद यादव को भी भेजी थी। सरकारी स्वास्थ केंद्र में ममता कार्यकर्ताओं को मानदेय पर नवजात बच्चों की देखभाल के लिए रखा गया था।  पांच माह पहले ममता कार्यकर्ताओं को हटा दिया गया था।

ममता कार्यकर्ताओं ने गुहार लगाई थी। विपक्ष के बोलने का मुझ पर कोई असर नहीं होता। मेरे पास हजारों लोग गुहार लगाने आते हैं। लालू प्रसाद के स्वीकार किया कि मैंने अधिकारी को फोन किया था। पिछड़े वर्ग के ममता कार्यकर्ताओं को काम से वंचित किया गया था। 

 गौरतलब है कि लालू ने 3 जनवरी को इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आईजीआईएमएस) का दौरा किया था। 
 उन्होंने कई वार्ड्स में जाकर पेशेंट का हालचाल पूछा और बेहतर सर्विस के लिए ऑर्डर देते भी दिखे। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री से पूछा था कि लालू ने किस हैसियत से आईजीआईएमएस का निरीक्षण किया। क्या इससे यह साबित नहीं हो रहा है कि बिहार में सत्ता के दो केंद्र बन गए हैं? नीतीश के सिर पर ताज और लालू का राज चल रहा है।
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