लखनऊ. अखिलेश यादव 31 दिसंबर को प्रधानमंत्री के नोएडा में होने वाले प्रोग्राम में शामिल नहीं होंगे। मोदी सेक्टर-62 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे की नींव रखने के लिए नोएडा आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि अंधविश्वास की वजह से सीएम खुद न जाकर पंचायती राज मंत्री कैलाश चौरसिया को इस प्रोग्राम में भेज रहे हैं।
ए. सतीश गणेश (आईजी लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि पीएम के प्रोग्राम में शामिल होने के लिए सीएम ऑफिस की तरफ से मंत्री कैलाश चौरसिया का नाम भेजा गया है।
गणेश के मुताबिक, सीएम के नोएडा आने का कोई प्रोग्राम हमें नहीं बताया गया है। नोएडा से जुड़ा अंधविश्वास काफी अजीब-सा है। कहा जाता है कि बीते 25 साल में जब-जब कोई सीएम नोएडा गया, वो अगली बार सत्ता में नहीं लौट पाया।
अखिलेश को नोएडा जाने के कई मौके मिले, लेकिन वे नहीं गए। नोएडा के डेवलपमेंट प्रोग्राम का अनाउंसमेंट सीएम अब तक लखनऊ से ही करते आए हैं।
2011 में बीएसपी चीफ मायावती ने इस अंधविश्वास को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वे 2012 विधानसभा चुनाव में हार गईं। वीर बहादुर सिंह, नारायण दत्त तिवारी, राम प्रकाश गुप्ता और कल्याण सिंह उस लिस्ट में शामिल हैं, जो नोएडा गए और अगली बार सीएम नहीं बन पाए। होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने सीएम रहते हुए दिल्ली से नोएडा में बने फ्लाईओवर का उद्घाटन किया था। 1995 में मुलायम नोएडा गए और उसके बाद अगले चुनाव में उनकी पार्टी हार गई।
दादरी कांड के बाद सियासत काफी गरमा गई थी। कई बड़े-बड़े नेता दादरी पहुंचकर अखलाक की फैमिली से मिल रहे थे।
वहीं, सीएम अखिलेश नोएडा नहीं गए, अखिलेश ने अप्रैल, 2015 में नोएडा की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी की नींव लखनऊ से ही रखी थी। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि तमाम अंधविश्वासों के चलते नोएडा जाने पर पाबंदी है, लेकिन वे जल्द ही इसे तोड़ेंगे।
वहीं, सीएम अखिलेश नोएडा नहीं गए, अखिलेश ने अप्रैल, 2015 में नोएडा की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी की नींव लखनऊ से ही रखी थी। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि तमाम अंधविश्वासों के चलते नोएडा जाने पर पाबंदी है, लेकिन वे जल्द ही इसे तोड़ेंगे।
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