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बिहार में NDA की करारी हार

नई दिल्ली। बिहार में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस महागठबंधन को मिली जीत को गैर एनडीए पार्टियों ने ‘सिद्धांतों की जीत’ और बीजेपी के अहंकार की हार बताते हुए कहा कि इन चुनाव नतीजों का राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘एक्सेलरेटर तेज करना चाहिए, वरना जनता उन्हें ड्राइवर की सीट से हटा फेंकेगी। वहीं, वाम दलों ने कहा कि इसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत हार को दर्शाया है। आप प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो नफरत और असहिष्णुता की राजनीति में शामिल हैं तथा नतीजे को केंद्र के कामकाज के प्रदर्शन पर जनमत संग्रह बताया।
जेडीयू प्रमुख शरद यादव ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी लड़ाई थी। एक ओर अमीर थे और दूसरी ओर सिद्धांत था। यह अमीरों पर सिद्धांत की जीत है। चुनाव नतीजे के बाद मीडिया के समक्ष एक साथ आते हुए मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि चुनाव के फैसले का राष्ट्रीय राजनीति पर असर पड़ेगा क्योंकि इसने दिखा दिया है कि एक अच्छे और मजबूत विकल्प की चाह है और बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष है। उन्होंने बीजेपी के खिलाफ एक प्रभावी विपक्ष के रूप में एक मजबूत राष्ट्रीय विकल्प बनाने की योजना की भी बात की। चुनाव में विजयी होकर उभरने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि समाज का ध्रुवीकरण करने की साजिश खारिज कर दी गई और चुनाव को मील का पत्थर और नतीजे को सौहार्द के पक्ष में और असहिष्णुता के खिलाफ बताया। वहीं लालू ने कहा कि नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि लोग राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रबल विपक्ष और मजबूत विकल्प चाहते हैं। बीजेपी ने एक बहुत आक्रामक चुनाव प्रचार किया और एक खास हालात बनाने की कोशिश की गई। लोगों ने इसे खारिज कर दिया, ध्रुवीकरण करने की कोशिश खारिज कर दी। यह एक बड़ा जनादेश है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह चुनाव परिणाम बीजेपी और आरएसएस के विभाजनकारी एजेंडे की पराजय है। हालांकि उन्होंने इन सवालों का उत्तर नहीं दिया कि क्या कांग्रेस बिहार की तरह दूसरे राज्यों में भी चुनाव से पहले गठबंधन करेगी। वह इस प्रश्न को भी टाल गए कि क्या कांग्रेस नीतीश सरकार में शामिल होगी। उन्होंने कहा कि जब से मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं, सिर्फ वादे ही किए गए हैं। काम शुरू कीजिए। एक साल बीत गया और आपकी कार चालू नहीं हो रही। एक्सेलेरेटर दबाइए। यदि आप एक्सेलेरेटर दबाने में नाकाम रहें तो बिहार की तरह देश के लोग दरवाजा खोल देंगे और आपको बाहर फेंक देंगे।
भारतीय कॉम्यूनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान ने कहा कि यह न सिर्फ बीजेपी की हार है बल्कि मोदी की व्यक्तिगत और उनकी नीतियों की हार है। सहिष्णुता विरोधी अभियान भी कोई परिणाम नहीं ला सका। मार्क्सवादी कॉम्यूनिस्ट पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने इस जीत के साथ लोगों के अच्छे दिनों की शुरूआत सुनिश्चित होना बताया क्योंकि उन्होंने आरएसएस-बीजेपी के कथित सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और इसके तथाकथित विकास एजेंडा को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों के अच्छे दिन शुरू हो गए, पहले दिल्ली, कल केरल और आज बिहार।

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