नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में कथित रुप से बढ़ती असहनशीलता के माहौल के खिलाफ मोर्चा संभाला और राष्ट्रपति भवन तक पार्टी नेताओं के मार्च की अगुवाई की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नफरत फैलाने वाली घटनाओं को ‘समर्थन' देने का आरोप लगाया.
संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा से लेकर रायसीना हिल स्थित राष्ट्रपति भवन तक एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार्च निकालने के बाद कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश में कुछ संगठनों द्वारा बनाये जा रहे ‘डर, असहिष्णुता और दबाव के माहौल' के खिलाफ ज्ञापन सौंपा.
सोनिया ने राष्ट्रपति को सौंपे गये ज्ञापन के हवाले से संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश में जो भी घटनाएं हो रहीं हैं, एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हैं जो जानबूझकर हमारे समाज को बांटने के लिए अपनाई जा रही है.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है, वह प्रत्येक नागरिक के लिए गहरी चिंता का विषय है और राष्ट्रपति ने इस पर अपने विचार स्पष्ट कर दिये हैं.
सोनिया के साथ इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संसद में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे और गुलाम नबी आजाद के साथ ही राहुल गांधी और ए के एंटनी भी थे. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री चुप हैं जिससे साफ संकेत है कि इस तरह की सभी गतिविधियों को उनका मौन समर्थन है.' सोनिया ने कहा कि सरकार से जुडे कुछ संगठन और सरकार में शामिल कुछ लोग इन कृत्यों में शामिल हैं जो समाज की बहुरंगी संस्कृति तथा मूलभूत विचारों पर हमला है और इससे असहिष्णुता बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन ताकतों से पूरी शक्ति के साथ लडेगी.
राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इन घटनाओं पर बोलना जरुरी नहीं लगता जबकि राष्ट्रपति और आरबीआई के गवर्नर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं.
राहुल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री का मानना है कि देश में कुछ नहीं हो रहा और उन्हें लगता है कि सबकुछ ठीक है. यह समस्या की जड है. ये लोग असहनशीलता में भरोसा रखते हैं. वैचारिक रुप से वे सहनशील नहीं हैं.' उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल कांगे्रस पार्टी का मामला नहीं है. यह प्रत्येक भारतीय की समस्या है. और प्रधानमंत्री इसमें भरोसा नहीं रखते.'
असहिष्णुता के माहौल के खिलाफ प्रदर्शन को बनावटी विरोध बताये जाने के वित्त मंत्री अरण जेटली के बयानों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘हां, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के लोग इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. वित्त मंत्री को लगता है कि कुछ नहीं हो रहा. उन्हें गांवों में जाकर देखना चाहिए कि क्या हो रहा है.'
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