मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जिले सीहोर के नसरुल्लागंज विकासखंड के एक गांव में पंचायत ने यह फैसला लिया है कि अब इस गांव में शराब या किसी भी नशीले पदार्थ के सेवन या बेचने और खरीदने पर पाबंदी लगा दी जाए.
नसरुल्लागंज विकासखंड के गांव सोयत की कुल आबादी है करीब 2 हजार. यहां पर ज्यादातर लोग नशे के आदी हो चुके हैं. हालत यह है कि युवाओं के साथ-साथ गांव के बुजुर्ग और यहां तक की बच्चे भी नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं.
जिससे आए दिन गांव में झगड़े होते रहते हैं. वहीं महिलाओं पर भी अत्याचार बढ़ गया है. जिससे कई परिवार टूटने की कगार पर हैं. इसके बावजूद यहां पर लोगों के दिन की शुरूआत और रात का अंत नशे के साथ ही होता है.
शराब से कई परिवार तबाह होते देख गांव की पंचायत ने बीड़ा उठाया है अपने गांव को पूरी तरह नशा मुक्त करने का. इसी के तहत उन्होंने यह फैसला लिया है कि अब उनके गांव में कोई भी व्यक्ति नशा नहीं करेगा.
गांव वाले उनके इस आदेश का पालन सही से करें इसके लिए पंचायत ने यहां पर बिकने वाले गांजा और शराब पर प्रतिबंध भी लगा दिया है. अब जो भी व्यक्ति इसका सेवन करते दिखाई देगा उसे पंचायत सजा भी देगी.
पंचायत की मानें तो नशे के आदी हो चुके लोग अपने परिवार और पूरे गांव को बर्बादी के ओर ले जा रहे हैं, जो वो होने नहीं देंगे. इसलिए उन्होंने अपने गांव की तस्वीर बदलने का फैसला किया और यहां पर नशे पर पाबंदी लगा दी.
0 comments:
Post a Comment